एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के खिलाफ सरकारी बंजर भूमि पर अवैध कब्जा करने के आरोप में पुलिस की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्रशासनिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि कोतवाली नगर में पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के फार्म हाऊस में सरकारी बंजर भूमि पर अवैध कब्जा करने के आरोप में धारा 447 तथा 3/5 लोक सेवा संपत्ति निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया है।
‘मुझे चुनाव मैदान से हटाने के लिए बना रहे हैं दबाव
कोतवाली में मामला दर्ज होने के 6 घंटे बाद दोनों नेताओं के खिलाफ मंडी समिति चौकी के प्रभारी हरेंद्र कुमार ने निर्माणाधीन थाने की भूमि पर कब्जा कर दुकानों के निर्माण की प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह प्राथमिकी उपजिलाधिकारी सदर के आदेश पर जांच के बाद दर्ज की गई। मामला दर्ज होने के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव ने मंगलवार को कहा, 'प्रशासन जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से हटने के लिए मेरे ऊपर दबाव बना रहा है। मेरी पत्नी एटा से सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रत्याशी हैं।' उन्होंने कहा कि शासन के इशारे पर जिले के अधिकारी मेरे ऊपर दो अवैध कब्जे का मामला दर्ज कर दबाव बना रहे हैं कि मैं चुनाव मैदान से हट जाऊं।
‘बंजर भूमि पर है अवैध कब्जा, मुकदमा चलेगा’
जुगेंद्र सिंह यादव ने कहा कि एटा में भारतीय जनता पार्टी के पास सिर्फ 2 सदस्य हैं और जिला प्रशासन ईमानदारी से मेरा कुछ बिगाड़ नहीं पाया तो झूठे मामलों से डरा रहा है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व विधायक के खिलाफ 2 मामले दर्ज होने के संदर्भ में जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने कहा, 'हमें मुकदमा दर्ज होने की जानकारी नहीं है, तहसील से पूछ लें।' एटा के तहसीलदार ने बताया कि उक्त सपा नेताओं के खिलाफ कब्जा करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनके फॉर्म हाउस की दीवार के अन्दर बंजर भूमि पर अवैध कब्जा है जिसका मुकदमा चलेगा।