अमेठी: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कोरोना काल में जनसुनवाई के लिए एक खास पहल की है। वह कोरोना काल में ई-चौपालों के जरिए संसदीय क्षेत्र अमेठी की जनता की फरियाद सुनकर दुख-दर्द दूर कर रहीं हैं। पिछले तीन दिनों से शुरू हुए इस आयोजन को स्मृति ईरानी की टीम ने 'आपकी दीदी, आपके द्वार' नाम दिया है। कार्यक्रम के नाम में 'दीदी' इसलिए कि अमेठी में लोग उन्हें इस उपनाम से बुलाने लगे हैं।
बतौर स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी की तरफ से हुई इस पहल को स्थानीय जनता पसंद कर रही है। इससे जनता को सांसद से फरियाद करने में आसानी हो रही है। स्मृति ईरानी तक मामला पहुंचने पर अफसर भी समस्याओं का समाधान करने में तेजी दिखा रहे हैं। 24 से 48 घंटे में शिकायतों का समाधान हो रहा है।
मिसाल के तौर पर अमेठी के पलिया पश्चिम और कोईलारा मुबारकपुर के आधा दर्जन परिवारों ने राशन कार्ड न होने की बात बताई तो स्मृति ईरानी के निर्देश पर प्रशासन ने सभी को अगले ही दिन कार्ड उपलब्ध कराया। जगदीशपुर के मरैचा तेतारपुर के लोगों ने बिजली की शिकायत स्मृति ईरानी से की, जिस पर उनके निर्देश पर 24 घंटे बाद गांव में पोल और तार लगाने का काम शुरू हो गया है। भीखीपुर के बीमार लोगों के इलाज की व्यवस्था भी स्मृति ईरानी ने कराई। स्मृति ने बुधवार को रायपुर फुलवारी, भेवई, खौंपुर बुजुर्ग और भेटुआ में ई चौपाल के जरिए लोगों की समस्याएं सुनकर अफसरों को निर्देश दिए।
बीते 13 जुलाई को जब पहली बार वीडियो कांफ्रेंसिंग से अमेठी के शहबाजपुर, बलभद्रपुर, दुल्लापुर और भीखीपुर गांव के लोगों के लिए ई-चौपाल लगी तो स्मृति ईरानी से बात करने की लोगों में काफी उत्सुकता रही। वीडियो कांफ्रेंसिंग से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सभी फरियादियों की समस्याएं सुनीं और फिर संबंधित अफसरों को कार्रवाई के लिए निर्देश दिया। वहीं अगले दिन मंगलवार को स्मृति ईरानी ने अमेठी की विधानसभा जगदीशपुर के मरैचा तेतारपुर, ग्यासपुर, पलिया पश्चिम व निहालगढ़ सैदापट्टी गांव के लोगों की समस्याओं को सुनवाई की।
स्मृति ईरानी के प्रतिनिधि विजय गुप्ता ने आईएएनएस को बताया, "अमेठी की जनता की शिकायतों के समाधान के लिए न्याय पंचायत स्तर पर ई-चौपालों का आयोजन हो रहा है। अमेठी की कुल सौ न्याय पंचायतों में इस तरह चौपालें लगेंगी, जिससे 600 से अधिक ग्राम पंचायतों के लोगों की समस्याओं को सुनकर स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उन्हें दूर करेंगी। मकसद है कि कोरोना काल में भी संसदीय क्षेत्र की जनता की समस्याओं से रूबरू होकर उन्हें समय रहते दूर किया जाए।"
अमेठी में मौजूद स्मृति ईरानी की टीम से जुड़े सदस्यों का कहना है कि केंद्रीय मंत्री होने के कारण दूसरे सांसदों की तुलना में उनकी व्यस्तताएं भले ही ज्यादा होती हैं, लेकिन उनकी नजर हमेशा संसदीय क्षेत्र अमेठी पर जरूर होती है। 2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद वह कई बार अमेठी का दौरा कर चुकी हैं।
वहीं लॉकडाउन के दौरान भी वह दिल्ली से ही तकनीकी माध्यमों से अमेठी की जनता से जुड़ीं रहीं। अमेठी के डीएम और एसपी से वह नियमित तौर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग कर विकास और कानून व्यवस्थाओं की भी समीक्षा करती हैं। डीएम और अन्य अफसरों से लगातार संपर्क में रहकर उन्होंने लॉकडाउन के दौरान जनता तक राहत कार्यो के संचालन की निगरानी खुद की। अब उन्होंने जनसुनवाई के लिए ई-चौपालों का आयोजन कर जनता की समस्याओं को लेकर अफसरों की जवाबदेही सुनिश्चित करने की कोशिश की है।