नई दिल्ली। यू पी के महोबा ज़िले में जिस व्यापारी ने अपना वीडियो वायरल कर आरोप लगाया था कि ज़िले के एस पी मणिलाल पाटीदार उसकी हत्या करवाना चाहते हैं,आज उस व्यापारी की मौत हो गयी। व्यापारी के वीडियो वायरल करने के दो दिन बाद उसे गोली मार दी गयी थी। गोली उनकी गर्दन में लगी थी। उन्हें इलाज के लिए कानपुर में भर्ती किया गया था,जहां आज उनकी मौत हो गयी।
इस मामले में पहले एस पी को सस्पेंड किया गया था।और फिर उन पर व्यापारी की हत्या की साज़िश और हत्या की कोशिश करने का मुकदमा कायम हुआ था। महोबा के व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी का क्रशर था और वह माइनिंग के किये विस्फोटक सप्लाई करने का काम करते थे। 5 तारीख को उन्होंने एक वीडियो वायरल कर आरोप लगाया था कि वह एस पी मणिलाल पाटीदार के दबाव में उन्हें 6 लाख रुपये महीना घूस देते हैं। लेकिन धंधा मंदा हो जाने की वजह से जब उन्होंने आगे से घूस देने में मजबूरी ज़ाहिर की तो एस पी ने उनसे कहा कि "अगर पैसा नहीं दोगे तो तुम्हें गोली मरवा देंगे। हमारे पास इतनी बड़ी फ़ोर्स है कि कोई तुम्हें कहीं भी गोली मार देगा।"इन्द्रकांत ने वीडियो में कहा था कि "अगर मेरी हत्या होती है तो उसके लिए एस पी मणिलाल पाटीदार ज़िम्मेदार होंगे।"
वीडियो वायरल करने के दो दिन बाद 8 तारीख को इन्द्रकांत को महोबा में गोली मार दी गयी। हालात गंभीर होनेवकी वजह से उन्हें कानपुर में भर्ती कराया गया था। इन्द्रकांत को गोली मार जाने के बाद 9 तरीख़ को सरकार ने एस पी मणिलाल पाटीदार को ससपेंड कर दिया था। कल एस पी के खिलाफ व्यापारी की हत्या की कोशिश करने और हत्या की साज़िश की एफ़ आई आर भी दर्ज हो गयी थी।
इस घटना के बाद अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर हमला बोल दिया। ट्वीट के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि फेक एनकाउंटर और झूठे मुकदमों से की नीति से प्रदेश गर्त में चला गया है।