नयी दिल्ली: बुलंदशहर हिंसा पर भाजपा पर हमला करने के लिए विपक्षी पार्टियां मंगलवार को एक साथ आईं। कांग्रेस ने हैरानी जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी ‘बदलाव’ का वायदा किया था। साथ ही आरोप लगाया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश की जा रही है।
बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र में सोमवार को कथित गोकशी को लेकर दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं की ओर किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान भीड़ की हिंसा में एक पुलिस निरीक्षक और एक युवक की मौत हो गई। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वायदा करते हुए राज्य सरकार ने विशेष जांच दल से तहकीकात कराने का आदेश दिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इस मामले की उच्च न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच की मांग की और कहा कि राज्य की एजेंसियों पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ 2014 के चुनाव से पहले मोदी जी कहते थे कि बदलाव होगा... लेकिन 2014 से अब तक हमने बदलाव के बजाय बदला देखा। भय, भ्रष्टाचार, राम और हनुमान के नाम पर राजनीति दिख रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ क्या यह वही बदलाव है जिसका मोदी जी ने वायदा किया था। देखिए बुलंदशहर में किस तरह का बदलाव आया है।’’
वहीं कांग्रेस के अन्य नेता मनीष तिवारी ने घटना को ‘बहुत दुखद’ बताया और इसकी निंदा की। तिवारी ने आरोप लगाया, ‘‘ एक चीज स्पष्ट है कि चुनाव से पहले सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिशें की जा रही हैं।’’ राज्य में ‘जंगल राज’ का आरोप लगाते हुए बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्मयंत्री मायावती ने अराजक तत्वों को संरक्षण का इल्जाम लगाया और राज्य में कानून के शासन को स्थापित करने पर जोर दिया।
विपक्षी पार्टियों के चौरफा हमले के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने घटना को ‘अमानवीय’ करार दिया और कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा, ‘‘यह एक अमानवीय कृत्य है... इस आपराधिक हिंसक कृत्य के लिये जो भी जिम्मेदार हो, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’’
नकवी की टिप्पणी आने के बावजूद विधायक सुरेंद्र सिंह समेत भाजपा नेताओं ने बजरंग दल का बचाव किया और दावा किया कि सुबोध कुमार सिंह की मौत पुलिसिया गोलीबारी में हुई है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने आरोप लगाया कि बुलंदशहर हिंसा में विहिप और बजरंग दल के लोगों का हाथ था और कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों संगठन हिन्दू और मुसलमानों के बीच दरार डाल रहे हैं।
माकपा पोलित ब्यूरो ने बुलंदशहर हिंसा के लिए आदित्यनाथ के भड़काऊ भाषणों को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हिंसा ‘पूर्वनियोजित’ थी।
सिब्बल ने इन रिपोर्टों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की आलोचना की कि वह गोरखपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ ‘साउंड और लाइट’ कार्यक्रम देख रहे थे जबकि बुलंदशहर में हिंसा फैल रही थी।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता और हैदराबाद से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि गाय के नाम पर हिंसा भड़काने वालों को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का पूरा संरक्षण मिल रहा है।