नई दिल्ली: बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवार को मेरठ ज़ोन की पुलिस ने 70 लाख रुपये की सहायता राशि दी है। एडीजी प्रशांत कुमार ने शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी और बेटे को 70 लाख की सहायता राशि का चेक सौंपा। इस मौके पर कई ज़िलों के आला पुलिस अधिकारी मौजूद थे। शहीद स्पेक्टर की पत्नी ने कहा जैसा उनके पति के साथ हुआ, ऐसा किसी के साथ ना हो। इससे पहले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के घरवालों को राज्य सरकार की तरफ से भी 50 लाख की आर्थिक सहायता दी गई थी।
गौरतलब है कि पिछले साल 3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना इलाके में कथित रूप से गोवंश के अवशेष मिलने के बाद हिंसा फैल गई थी। गोवंश के अवशेष मिलने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां लोगों की भीड़ पहले से वहां मौजूद थी।
पुलिस भीड़ को समझाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन लोग काफी उग्र थे और उन्होंने पुलिस पर ही हमला कर दिया। हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई। वहीं गोली लगने से सुमित नाम का एक युवक भी मारा गया था।
बता दें कि बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को न सिर्फ गोली मारी गई थी, बल्कि पहले कुल्हाड़ी से उनके सिर पर वार कर बुरी तरह से घायल कर दिया गया था। पुलिस ने 28 दिन बाद इस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला करने वाले कलुआ उर्फ राजीव को गिरफ्तार किया था।
मुख्य आरोपी कलुआ ने पहले इंस्पेक्टर की अंगुलियां काटी फिर कुल्हाड़ी से ही सिर पर कई वार कर दिए। इस हमले में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह बुरी तरह घायल हो गए। जख्मी हालत में इंस्पेक्टर जान बचाने खेतों की तरफ भागे तो प्रशांत नट ने उन्हें पकड़कर घुटनों के बल गिरा लिया। इसके बाद नट ने इंस्पेक्टर की ही लाइसेंसी रिवॉल्वर छीनकर उन्हें गोली मार दी।