लखनऊ: कानून व्यवस्था के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही बाधित करने वाले विपक्ष की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि बुलंदशहर की घटना उन लोगों का 'राजनीतिक षडयंत्र' था, जो अपनी राजनीतिक जमीन खो चुके हैं। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष के जबर्दस्त हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद योगी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''तीन दिसंबर की (बुलंदशहर) हिंसा उन लोगों का राजनीतिक षडयंत्र थी, जो राजनीतिक आधार खो चुके हैं।''
कानून व्यवस्था, किसानों की स्थिति और अन्य मुद्दों को लेकर सपा और कांग्रेस सदस्यों ने आज सदन में हंगामा और नारेबाजी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजनीतिक षडयंत्र था, जिसका खुलासा हो चुका है। शांति व्यवस्था किसी भी कीमत पर बनाये रखी जाएगी। इससे पहले योगी बुलंदशहर घटना को दुर्घटना बता चुके हैं। उल्लेखनीय है कि बुलंदशहर हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गयी थी।
बुलंदशहर में गौवंश की हत्या कर एक खेत के पास फेंके जाने की खबर वहां पर गांव वाले और गौरक्षक बड़ी संख्या में जमा हो गए थे। बाद में गौ के अवशेषों को ट्रैक्टर में भरकर थाने लाने के दौरान हाइवे को जाम कर दिया गया। इसी बीच भीड़ और पुलिसवालों के बीच झड़प शुरू हो गई। पुलिस की फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई जबकि भीड़ की तरफ से भी पुलिस पर पथराव किया गया और फायरिंग की गई। इस घटना में स्याना थाने के इंस्पेक्टर की मौत हो गई।