बलिया: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के उपनेता उमाशंकर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि राज्य विधान परिषद चुनाव को लेकर उनकी पार्टी छोटे दलों के संपर्क में है। उन्होंने कहा कि पार्टी इन चुनावों को लेकर स्थिति का आकलन कर रही है। सिंह ने शुक्रवार को साथ ही बीजेपी के साथ विधान परिषद चुनाव में गठबंधन करने की संभावना से साफ इनकार कर दिया। बलिया में पत्रकारों से बात करते हुए बसपा नेता ने कहा, 'भविष्य में भी भारतीय जनता पार्टी से बहुजन समाज पार्टी का कोई गठबंधन नहीं होगा। यदि बीजेपी से गठबंधन करना होता, तो मायावती अभी भी उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री होतीं।'
‘असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का कोई वजूद नहीं है’
विधान परिषद चुनाव में बीएसपी की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'बहुजन समाज पार्टी के पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है। पार्टी स्थिति का आकलन कर रही है और छोटे दलों के सम्पर्क में है।' उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी व छोटे दलों का कोई वजूद नहीं है। बहुजन समाज पार्टी के उपनेता ने दावा करते हुए कहा, 'मुसलमानों को पता है कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी ही भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त देने में सक्षम है।'
12 सीटों के लिए 28 जनवरी को होगा मतदान
बता दें कि विधान परिषद की 12 सीटों के लिए 28 जनवरी को मतदान होना है और संख्या बल के आधार पर अभी बहुजन समाज पार्टी एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है। विधान परिषद की एक सीट के लिए कम से कम 32 विधायकों के वोट की जरूरत है, लेकिन बीएसपी के विधानसभा में सिर्फ 18 सदस्य हैं, जिनमें 7 सदस्यों को पार्टी पहले ही सस्पेंड कर चुकी है। वहीं, बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा की सभी सीटों पर अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी और किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन नहीं करेगी।