लखनऊ. चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में दल-बदल का खेल शुरू जारी है। आज राजधानी लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले 6 विधायकों ने अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा का दामन थाम लिया। इन विधायकों को कुछ समय पहले बसपा से निष्कासित कर दिया गया था। सपा में शामिल होने वाले 6 विधायकों में हरगोविंद भार्गव, मुजतबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, असलम राइनी, सुषमा पटेल और असलम चौधरी शामिल हैं।
इन 6 पूर्व बसपा विधायकों के अलावा सीतापुर सदर से भाजपा विधायक राकेश राठौर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान भाजपा पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जनता इतनी दुखी है कि आने वाले चुनाव में भाजपा का सफाया होगा। भाजपा परिवार भागता परिवार दिखाई देगा।
प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश ने भाजपा पर हमला बोलते हुए काह कि अगर भारतीय जनता पार्टी के लोगों को ज्यादा मौका सत्ता में रहने का मिल गया तो यह सरकार को भी आउटसोर्स कर देंगे। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि इस दिवाली तक मुख्यमंत्री जी मुख्यमंत्री निवास बहुत अच्छी तरह से साफ कर देंगे ताकि आने वाली सरकार अच्छे से काम कर सके।"
भाजपा और कांग्रेस को एक समान बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के बारे में समाजवादियों का यही मानना है कि जो कांग्रेस है वही बीजेपी है, जो बीजेपी है वही कांग्रेस है। योगी सरकार पर सिर्फ झूठा प्रचार करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ प्रचार पर बजट खर्च हो रहा है।
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास रोजगार मांगने के लिए नौजवान आए तो उन्हें लाठी मारकर भगाया गया। इस बार वोट डाल कर नौजवान भारतीय जनता पार्टी के लोगों का सफाया करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को जो खाना खिलाती हैं उनको पिछले 8 महीनों से मानदेय नहीं मिल पा रहा है और ना जाने कितने विभाग होंगे जहां कर्मचारियों को कुछ भी नहीं मिल रहा होगा।
सपा अध्यक्ष ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा बनाए गए संकल्प पत्र के पन्ने पलटते हुए कहा कि कल भाजपा के मंच से कहा गया कि उसने अपने चुनाव घोषणा पत्र के 90 फीसद तक वादे पूरे कर दिए हैं और बाकी बचे हुए दो महीने में पूरे हो जाएंगे।
उन्होंने दावा किया, "भाजपा के संकल्प पत्र का कोई भी पन्ना आप पलट लीजिए। जनता से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है। इस चुनाव घोषणापत्र में सबसे पहली बात कही गई थी कि 2022 तक किसानों की कृषि आमदनी दोगुनी करने के लिए विस्तृत रोडमैप तैयार किया जाएगा। आज उत्तर प्रदेश का किसान जानना चाहता है कि आखिरकार आय कब दोगुनी होगी।"
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बुंदेलखंड के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा पर भरोसा किया लेकिन भाजपा सरकार ने सबसे ज्यादा विश्वासघात उन्हीं लोगों के साथ किया। उन्होंने भाजपा पर शिक्षण संस्थानों को चौपट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन संस्थानों में एक खास तरह की सोच के लोगों को बैठा दिया गया है ताकि बरसों बरस उसी सोच के लोग भर्ती होते रहें। इससे बड़ा नुकसान और कुछ नहीं हो सकता है।
सपा अध्यक्ष ने लखीमपुर खीरी कांड मामले के बाद विवादों से घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मौजूदगी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "गाड़ी से किसानों को कुचलने की तस्वीरें किसने नहीं देखी। वह वीडियो भी देख लीजिए जिसमें मंत्री ने धमकाया। उस मंत्री को अमित शाह के साथ मंच पर सम्मान दिया जा रहा है।"