लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान परिषद के छह खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिये गये हैं। इनमें से तीन सीटें भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में गयी हैं जबकि एक सीट पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली है। दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। हालांकि, खंड स्नातक निर्वाचन कोटे की चार सीटों पर शुक्रवार की रात तक परिणाम घोषित नहीं हो सका जबकि इस कोटे की झांसी- इलाहाबाद खंड सीट से सपा के मान सिंह यादव को विजयी घोषित किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से शुक्रवार को जारी बयान के मुताबिक, खंड शिक्षक और खंड स्नातक क्षेत्र की मतगणना तीन दिसंबर सुबह आठ बजे से चल रही है और खंड शिक्षक के परिणामों की घोषणा कर दी गयी है।
बयान के मुताबिक, लखनऊ खंड शिक्षक क्षेत्र से भाजपा के उमेश द्विवेदी, मेरठ खंड शिक्षक क्षेत्र से भाजपा के ही श्रीशचंद्र शर्मा तथा बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र से इसी पार्टी के हरी सिंह ढिल्लों विजयी घोषित किये गये है। इसके अलावा, वाराणसी खंड शिक्षक क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी लाल बिहारी यादव चुनाव जीत गये हैं, जबकि आगरा खंड शिक्षक क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार आकाश अग्रवाल तथा गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र से निर्दलीय ध्रुव कुमार त्रिपाठी विजयी घोषित किये गये हैं।
इस बीच, झांसी से मिली खबर के मुताबिक, झांसी-इलाहाबाद खंड स्नातक चुनाव की घोषणा कर दी गई, जिसमें सपा के प्रत्याशी डॉ मानसिंह यादव को विजयी घोषित किया गया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी डॉ.यज्ञदत्त शर्मा को 4333 मतों से पराजित किया है। निर्वाचन अधिकारी एवं मंडल आयुक्त सुभाष चंद शर्मा ने मतगणना उपरांत देर रात चुनाव परिणाम की घोषणा करते हुए बताया कि मान सिंह यादव को 23093 मत प्राप्त हुए जबकि यज्ञदत्त शर्मा को 18760 मत प्राप्त हुए हैं। शुक्रवार मध्य रात्रि के करीब मान सिंह यादव को विजयी होने का प्रमाण पत्र दे दिया गया है।
बयान के मुताबिक, स्नातक के निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना में देरी हुई क्योंकि परिणाम के लिए दूसरी और तीसरी वरीयता के मतों की गणना की जा रही है।
इसके पहले झांसी से मिली खबर के अनुसार, इलाहाबाद-झांसी स्नातक खंड निर्वाचन क्षेत्र की मतगणना के दौरान धांधली का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ नोकझोंक हुई और उन्होंने मतगणना केंद्र में कथित तौर पर घुसने का प्रयास भी किया। पुलिस ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे भाजपा के जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा, पार्टी नेता प्रदीप सरावगी और अन्य कार्यकर्ता मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए मतगणना केंद्र में घुसने का प्रयास करने लगे।एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, इस पर पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका, इस दौरान पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बहस भी हुई। बाद में पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया लेकिन इस बीच भाजपा के नगर विधायक रवि शर्मा और अन्य कार्यकर्ता मतगणना केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गये और दोबारा मतगणना की मांग करने लगे, उनका आरोप था कि भाजपा के वोटों को सपा प्रत्याशी के पक्ष में गिना गया है।
वहीं, दूसरी तरफ धरने पर बैठे सपा के जिलाध्यक्ष महेश कश्यप ने आरोप लगाया कि अपनी हार को सामने देख भाजपा नेता मतगणना केंद्र से मत पेटिका लूटने के प्रयास में थे। उन्होंने कहा कि सपा के प्रत्याशी मान सिंह यादव पहले दौर की मतगणना से ही भाजपा के यज्ञ दत्त शर्मा से आगे चल रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया कि कुछ लोगों ने मतगणना केंद्र के अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें वहां से हटा दिया गया।
इस बीच, सपा ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि भाजपा नेता प्रदीप सरावगी ने पुलिस अधीक्षक विवेक त्रिपाठी पर हमला किया और उनका कॉलर पकड़ा। पार्टी ने इस घटना का वीडियो भी साझा किया है और सरावगी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
उल्लेखनीय है कि पांच खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में 114 प्रत्याशी मैदान में हैं। खंड स्नातक और खंड शिक्षक क्षेत्र से 11 सीटों के लिए मंगलवार को संपन्न हुए मतदान में औसत 55.47 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। विधान परिषद की 11 सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव में भाजपा, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और शिक्षक संघों के अलावा निर्दलीय समेत कुल 199 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।