लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि वह 'बहुमत के रोडरोलर' से जनता को कुचलना चाहती है और पार्टी के नेता असहिष्णुता को ही अपनी पहचान बनाने में लगे हैं। अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सीएए और एनआरसी पर देशभर में उबल रहे जनाक्रोश से घबराए भाजपा नेतृत्व ने अब जनजागरण रैली और पदयात्रा कार्यक्रमों में अपनी ताकत झोंक दी है।
उन्होंने कहा, “आज लखनऊ में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की फ्लॉप रैली के दौरान उनके भाषण में उनकी हताशा साफ दिख रही थी।” उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मूलभावना से खिलवाड़ करते हुए भाजपा नेता असहिष्णुता को ही अपनी पहचान बनाने में लगे हैं। यादव ने कहा, “हर हाल में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लागू करने का दम्भ यह जताता है कि भाजपा की मंशा अपने बहुमत के रोडरोलर से जनता को कुचलने का तानाशाही भर कदम उठाने की है।”
उन्होंने कहा, “एसबीआई की रिपोर्ट बताती है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल 16 लाख नौकरियां कम होने जा रही हैं। राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के मुताबिक वर्ष 2018 में हर दिन औसतन 35 बेरोजगारों और स्वरोजगार करने वाले 36 लोगों ने आत्महत्या की थी। करीब 10,349 किसानों ने आत्महत्या की।”
अखिलेश ने कहा कि देश के सामने जो गम्भीर चुनौतियां हैं उनका हल निकालने में भाजपा की न तो रूचि है और नहीं नीति है और वह जनता को मूल समस्याओं से भटकाने के लिए सीएए, एनआरसी, एनपीआर जैसे मुद्दे उछाल रही है।