प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले की रानीगंज सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक धीरज ओझा ने पुलिस अधीक्षक पर मारपीट का आरोप लगाया है। ओझा ने आरोप लगाया कि प्रशासन दबंग लोगों के साथ मिलकर उनके खिलाफ साजिश कर रहा है। अपने साथ हुई इस कथित हरकत का विरोध जताते हुए बुधवार को वह जिलाधिकारी आवास के सामने लेट गए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ओझा जिलाधिकारी आवास से हाथ में फटा हुआ कुर्ता लहराते हुए चिल्लाकर बाहर निकलते और गेट के सामने लेटते नजर आ रहे हैं। वीडियो में धीरज ओझा सफेद रंग की बनियान पहने जमीन पर लेटे दिखाई दे रहे हैं।
बीजेपी विधायक ने एसपी पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया कि उन्हें पुलिस अधीक्षक ने बहुत मारा है। ओझा के इस आरोप पर उनके समर्थक भड़क गए और उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। अपने साथ हुई कथित घटना की जानकारी देते हुए ओझा ने बताया कि वह दरअसल मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप के चलते जिलाधिकारी आवास पर पहुंचे थे। ओझा के मुताबिक, शिवगढ़ विकासखंड में दबंग लोगों के दबाव में उनके समर्थकों का नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। उनका आरोप है कि प्रशासन दबंग लोगों के साथ मिलकर उनके खिलाफ साजिश कर रहा है।
‘मारपीट का झूठा आरोप लगा रहे हैं विधायक’
इस बीच, प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक धीरज ओझा द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया है। उन्होंने बताया कि ओझा मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाकर जिला अधिकारी के खिलाफ धरने पर बैठे थे। तोमर ने कहा कि जब उन्हें दुर्व्यवहार करने से रोका गया तो वह मारपीट का झूठा आरोप लगा रहे हैं। जिले के रानीगंज क्षेत्र से बीजेपी विधायक अभय कुमार उर्फ़ धीरज ओझा की राजनीति की शुरुआत भाजपा युवा मोर्चा से हुई थी। उसके बाद वह भाजपा के मुख्य जिला संगठन के उपाध्यक्ष बनाए गए।