नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री की चाकू से गोदकर हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कल रात प्रत्युष मणि त्रिपाठी को महानगर थाना क्षेत्र के निशातगंज इलाके में अज्ञात बदमाशों ने चाकू से हमला किया था। घायल प्रत्युषमणि को ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
गुस्साए कार्यकर्ता पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रामा सेंटर के बाहर हंगामा कर रहे हैं। पांच दिन पहले ही प्रत्युष मणि त्रिपाठी के घर पर हमला हुआ था। प्रत्यूष मणि ने इस हमले की शिकायत स्थानीय थाने से लेकर एसएसपी लखनऊ तक से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और कल हमलावरों ने चाकू से हमला कर प्रत्युषमणि की हत्या कर दी।
आधी रात के तुरंत बाद अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया, पुलिस के विरोध में नारेबाजी की और लखनऊ पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक कलानिधि नैथानी की तुरंत बर्खास्तगी की मांग की। उग्र भीड़ ने आरोप लगाया कि त्रिपाठी ने जिला पुलिस प्रमुख को बताया था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन उनके आग्रह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।