लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्नाव बलात्कार मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निकाल दिया है। सूत्रों ने इस आशय की जानकारी दी । उन्नाव बलात्कार मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर मुख्य आरोपी हैं जिन्हें पिछले साल 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले कुलदीप सिंह को भाजपा ने निलंबित किया था लेकिन बलात्कार पीड़िता के साथ गत रविवार हुए सड़क हादसे के बाद विधायक सेंगर को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाया है।
गौरतलब है कि रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने रविवार को बलात्कार पीड़िता की कार को टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता के परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई। पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज जारी है। पीड़िता के परिवार ने इस घटना को एक सोची-समझी साजिश बताया है।
उन्नाव रेप केस की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो कर रही है और सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को कहा है कि वह इस मामले की जांच 7 दिन में पूरा करके चार्जशीट दाखिल करे। उन्नाव रेप कांड की पीड़ित का फिलहाल इलाज चल रहा है और पीड़ित अभी वेंटीलेटर पर है, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से पूछा है कि क्या पीड़ित को एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जा सकता है? इसपर राज्य सरकार के वकील ने कहा कि पीड़ित अभी वेंटीलेटर पर है और उसको एयरलिफ्ट करने में खतरा हो सकता है।
उन्नाव रेप केस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई चल रही है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई अफसरों को तलब किया और केस की सारी जानकारी मांगी है। कोर्ट ने कहा कि अगर जांच अधिकारी खुलेआम जानकारी नहीं दे सकते तो चैंबर में आकर जानकारी दें। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव से जुड़े सभी पांच केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मंशा जताई। इससे पहले चीफ जस्टिस ने इस मामले में संज्ञान लेकर खलबली मचा दी थी। मुख्य न्यायधीश ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। साथी ही पीड़ित लड़की का मेडिकल रिपोर्ट भी तलब किया है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान लेते ही सरकार और जांच एजेंसी भी एक्शन में है। सीबीआई ने भी रोड एक्सीडेंट के मामले की जांच शुरू कर दी है और इस मामले में विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
बता दें कि पीड़ित परिवार ने बताया था कि उन्होंने बीते 12 जुलाई को रंजन गोगोई को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में रेप पीड़ित ने अपनी जान के खतरे की आशंका जताई थी। रेप पीड़ित ने पत्र में लीखा था, “उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कीजिए जो हमें धमका रहे हैं। लोग मेरे घर आते हैं, धमकाते हैं और केस वापस लेने की बात कर ये कहते हैं कि ऐसा नहीं किया तो पूरे परिवार को फर्जी केस में जेल में बंद करवा देंगे।“