आगरा: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि अपने हक की लड़ाई लड़ रहे किसानों के साथ उनकी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरते रहेंगे। सपा नेता गनेश यादव के भतीजे के विवाह समारोह में शामिल होने शुक्रवार को यहां आये अखिलेश यादव ने पत्रकारों कहा, ‘‘हर समाजवादी खेती करता है। दूध का काम करता है, इसका सभी को पता है। सपा किसानों के साथ हमेशा खड़ी रहेगी।’’
गौरतलब है कि केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हैं। सितंबर में लागू तीनों कृषि कानूनों को सरकार ने कृषि क्षेत्र में बड़ा सुधार करार दिया है। वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था को समाप्त कर देंगे। केंद्र सरकार बार-बार इस बात पर जोर दे रही है कि एमएसपी और मंडी प्रणाली जारी रहेगी और इसमें और सुधार किया जाएगा।
अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन के समर्थन में सपा के सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को शांतिपूर्ण धरना देने का निर्देश दिया है। इससे पहले उन्होंने कहा, ''भाजपा सरकार हृदयहीन रवैया अपनाकर किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है । भाजपा सरकार पोषण करनेवालों का शोषण करना बंद करे।'' यादव ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा कि ‘‘सड़कों पर ठिठुरते आंदोलनकारियों की जायज़ माँगों को लेकर भाजपा सरकार हृदयहीन रवैया अपनाकर किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है । इस पर जो वैश्विक प्रतिक्रिया आ रही है,उससे दुनियाभर में भारत की लोकतांत्रिक छवि को गहरी ठेस पहुँची है । भाजपा सरकार पोषण करनेवालों का शोषण करना बंद करे।’’
समाजवादी पार्टी किसानों के आंदोलन का समर्थन् कर रही है। किसानो के इस आंदोलन के समर्थन में अखिलेश और पार्टी कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर भी उतरे थे और धरना प्रदर्शन किया। इस मामले में अखिलेश और सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ गौतम पल्ली पुलिस थाने में मामला भी दर्ज हुआ था। सपा मुख्यालय से शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है और उनके समर्थन में 7 दिसम्बर से लगातार किसान यात्राएं निकाली जा रही है।
7 दिसम्बर को अखिलेश यादव ने धरना और गिरफ्तारी से इसकी शुरूआत की थी। अखिलेश यादव ने कहा, ''सरकार को किसानों की बातें माननी चाहिए। उनकी आशंकाओं का निराकरण करने की जरूरत है। सरकार व्यर्थ हठधर्मी कर रही है। किसानों के सैलाब के आगे कोई टिक नहीं पाएगा। 8 दिसम्बर के भारत बंद के बाद अब 14 दिसम्बर को समाजवादी पार्टी सभी जिला मुख्यालयों पर अहिंसात्मक किसान धरना कार्यक्रम में भागीदारी निभाएगी।''