नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बरेली में लव जिहाद को लेकर भारी बवाल मचा हुआ है। वीएचपी और बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता आरोपी लड़के को पकड़ने की मांग को लेकर थाने पहुंचे। इस बीच तीन दिन पहले बरेली से गायब हुई लड़की एक वीडियो के ज़रिये सबके सामने आई और अपनी शादी का ऐलान कर दिया। पिता को इस बात का दुख और सदमा सबसे ज़्यादा है कि लड़की को प्यार में फंसाकर भगाया गया है। लड़की के परिवार वाले ये भी कहते है कि वीडियो को गौर से देखेंगे तो पता चलेगा कि सामने बैठकर कोई इशारा कर रहा है, कोई उससे वो सब कहलवा रहा है जो वो लड़की बोलना नहीं चाहती है।
लड़की का दो वीडियो सामने आया है और दोनों में ऐसा लग रहा है कि कोई स्क्रिप्ट पहले से लिखी गई है और लड़की उसे किसी के कहने पर कैमरे के सामने बोल रही है। इसमें वह कहती नजर आ रही है कि अब वह बालिग हो चुकी है। जो भी हुआ उसकी मर्जी से हुआ और शादी भी उसने अपनी मर्जी से की है। अब पुलिस वीडियो की जांच कर रही है। पता ये लगाया जा रहा है कि क्या वीडियो दबाव में बनाया गया है। क्या इस वीडियो के पीछे कोई लव जिहाद वाली साजिश है।
लड़की के पिता के मुताबिक लड़की बीएससी में पढ़ती है और कम्यूटर क्लास के लिए रोज कोचिंग जाती थी। 17 अक्टूबर को लड़की कोचिंग से घर वापिस नही आई तो परिजनों ने तलाश शुरू की। बाद में पता चला कि लड़की किसी बिलाल नाम के लड़के के साथ भाग गई है।
मामला बड़ा और हैरान करने वाला तब हो गया जब ये जानकारी सामने आई कि माथे पर टीका लगा कर घूमने वाला लड़का मुस्लिम है और उसका नाम बिलाल है और उसी बिलाल के साथ लड़की भाग गई है। लड़की के पिता के मुताबिक लड़की अपने साथ पैसा और सोना भी लेकर गई है। वहीं पुलिस के मुताबिक लड़की इस लड़के को कई वर्षों से जानती थी लेकिन माथे पर तिलक और हाथ में कलावा बांधकर बिलाल किसे धोखा दे रहा था इसकी पड़ताल की जा रही है।
एक मुस्लिम लड़के का माथे पर तिलक लगाकर लड़की के परिवार को धोखा देने और लड़की से शादी करने की वजह से पूरे शहर में तनाव है। कई हिंदू संगठन इस पूरे मामले को लव जिहाद से जोड़ रहे हैं इसलिए लड़की और लड़के की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए थाने के बाहर पिछले 2 दिनों से आंदोलन किया जा रहा है ताकि लव जिहाद की सच्चाई सामने आ सके।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में लव जिहाद की समस्या पर लगाम लगाने के लिए कई बार धर्मांतरण के ख़िलाफ कानून बनाने की मांग उठ चुकी है। देश के कई ऐसे राज्य है जहां धर्मांतरण के ख़िलाफ़ कानून बनाया चुका है। देश के 8 राज्यों में धर्म परिवर्तन पर लगाम लगाने वाले कानून हैं। इसमें अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड का नाम शामिल है।