मथुरा: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के पट रविवार से भक्तों के लिए फिर खोल दिए जाएंगे लेकिन अपने आराध्य की एक झलक पाने के इच्छुक दर्शनार्थियों को पहले मंदिर की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा और उसके अनुसार दी गई तिथि एवं समय पर पहुंचना होगा। इससे पूर्व मंदिर के प्रशासक एवं मामले की सुनवाई कर रहे सिविल जज (कनिष्ठ वर्ग) के न्यायाधीश गजेंद्र सिंह ने शुक्रवार को यह कहते हुए कोई नया आदेश जारी करने से इंकार कर दिया कि भले ही कुछ दिक्कतों के चलते मंदिर प्रबंधन ने उनके पिछले आदेश पर दो दिन खोलकर 19 अक्तूबर से मंदिर में दर्शन कराना बंद कर दिया हो, किंतु उनका वह आदेश अब भी लागू है।
इस पर जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन के बीच हुई बैठक में कुछ ऐहतियात के साथ मंदिर दुबारा खोलने का निर्णय ले लिया गया। जिसके लिए शनिवार की शाम पुलिस, प्रशासन व मंदिर के अधिकारी अचूक व्यवस्था बनाने में जुटे दिखे। जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर भी व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे। मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा ने बताया, रविवार को सुबह आठ बजे से भक्तों को मंदिर में प्रवेश मिलेगा। अदालत द्वारा 15 अक्तूबर को जारी आदेश के अनुसार ही मंदिर में दर्शन की व्यवस्था कराई गई है। उन्होंने कहा, “बाहर आने वाले हर श्रद्धालु को ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा, जबकि स्थानीय दर्शनार्थी के लिए पहचान पत्र के तौर आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा।”
उन्होंने बताया, “ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन के लिए 24 अक्तूबर से ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। दर्शन के इच्छुक श्रद्धालु मंदिर की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कर दर्शन करने मंदिर आ सकते हैं। एक दिन में कुल 500 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश मिलेगा। श्रद्धालु सुबह 8:00 से 12:00 बजे तक और शाम को 5:30 से 9:30 तक ठाकुरजी के दर्शन कर सकेंगे।” मंदिर प्रबंधक के अनुसार यह प्रक्रिया प्रयोग के तौर पर एक सप्ताह के लिए प्रारंभ की जा रही है, अगर यह प्रकिया सफल रहती है तो आगे भी जारी रहेगी।