बदायूं (उत्तर प्रदेश): बदायूं जिले के ढकनगला गांव में स्थित एक मंदिर के परिसर में 75 वर्षीय पुजारी जय सिंह यादव की हत्या कर दी गई है। 'सखी बाबा' के नाम से मशहूर पुजारी जय सिंह यादव पिछले 45 वर्षो से मंदिर में सेवारत थे और साड़ी और चूड़ियां पहनकर 'देवी काली' की तरह वेशभूषा में रहते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी रामवीर यादव, फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें तैनात की गई हैं। वह उसी इलाके का रहने वाला है। पुलिस ने कहा, "किस इरादे से हत्या की गई है यह अभी भी अस्पष्ट है।"
सखी बाबा मंदिर परिसर में ही एक झोपड़ी बनाकर वहीं रहते थे। खबरों के मुताबिक, बाबा हर रोज पूजा-अर्चना करते थे और रविवार सुबह एक धार्मिक जुलूस भी निकाला करते थे और इसके बाद झोपड़ी में वापस जाकर आराम करते थे और इसी वक्त रामवीर ने उनकी हत्या की होगी। पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने रामवीर को वहां से भागते हुए भी देखा था और फिर उन सभी ने जाकर बाबा को वहां मृत पाया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा, "पुरानी रंजिश के चलते रामवीर यादव ने चाकू घोंपकर सखी बाबा की हत्या कर दी है। रामवीर यहीं का रहने वाला है। हमने उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्या के पीछे का सही कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और उनके रिश्तेदारों को सूचित कर दिया है।"