नागपुर: अयोध्या में राम मंदिर परिसर के निर्माण पर करीब 1100 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है, जिसमें मुख्य ढांचा का खर्च भी शामिल है और इसके साढ़े तीन वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है। यह जानकारी परियोजना की देखरेख कर रहे न्यास के कोषाध्यक्ष ने सोमवार को दी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरिजी महाराज ने कहा कि मंदिर की आधारशिला के लिए ढांचा विशेषज्ञ और इंजीनियर योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर के मुख्य ढांचे के निर्माण पर 300 से 400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है जबकि पूरे परिसर के निर्माण पर ‘‘1100 करोड़ रुपये से कम का खर्च नहीं आएगा।’’ संत ने कहा, ‘‘लेकिन ये सब आकलन है।’’ गिरिजी महाराज ने कहा कि मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है और आईआईटी बंबई, दिल्ली, मद्रास, गुवाहाटी के विशेषज्ञ तथा केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रूड़की के विशेषज्ञ एवं एलएंडटी तथा टाटा समूह के इंजीनियर परिसर के मजबूत आधार की योजना तैयार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मंदिर की आधारशिला के लिए दिए गए विकल्पों पर कल की बैठक (न्यास के) में चर्चा होगी (और अंतिम चयन किया जाएगा)।’’ गिरिजी महाराज ने कहा, ‘‘इसके अलावा हम चार लाख गांवों और 11 करोड़ परिवारों तक पहुंच रहे हैं ताकि इस पहल में समाज के सभी तबकों की भागीदारी हो सके।’’ न्यास ने मंदिर के निर्माण के लिए व्यापक स्तर पर संपर्क एवं धन जुटाने के अभियान की घोषणा की है। कुछ दिनों पहले चंदा जुटाने के लिए विदर्भ क्षेत्रीय कार्यालय की शुरुआत की गई।’’