नई दिल्ली। अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के भव्य मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर आयी है। राम मंदिर ट्रस्ट की अयोध्या में हुई बैठक में बताया गया है कि 2023 तक श्रद्धालुओं के लिए नवनिर्मित भव्य राम मंदिर के द्वार खुल जाएंगे और दर्शन पूजन शुरू हो जाएगा। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने गुरुवार को बताया कि मंदिर में दर्शन के लिए 2023 तक श्रद्धालुओं के दर्शन शुरू कर देंगे। 2025 ख़त्म होते-होते संपूर्ण 70 एकड़ परिसर परिपूर्ण ढंग से विकसित हो जाएगा।
2025 में राम मंदिर पूरी तरह तैयार हो जाएगा- चंपत राय
राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि 2025 में राम मंदिर पूरी तरह तैयार हो जाएगा। सारा परिसर सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है इसलिए मंदिर के जो अतिरिक्त भाग हैं उसका निर्माण कार्य और मंदिर के निर्माण कार्य में बाधा न पहुंचे इसके लिए एक मोटी-मोटी रूपरेखा बनी है। 2023 तक हम दर्शनार्थियों के लिए दर्शन शुरू कर देंगे लेकिन 2025 खत्म होते होते संपूर्ण 70 एकड़ परिसर परिपूर्ण ढंग से विकसित हो जाएगा।
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कार्य प्रगति की समीक्षा की
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बीते बुधवार को परियोजना पर जारी कार्य प्रगति की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्यों एवं अधिकारियों से मुलाकात की। मिश्रा तीन दिवसीय अयोध्या दौरे पर हैं।
मिश्रा ने मंदिर की नींव कार्य का निरीक्षण किया और फैजाबाद सर्किट हाउस में अयोध्या के आयुक्त एम पी अग्रवाल एवं जिलाधिकारी अनुज कुमार के अलावा चपंत राय और अनिल मिश्रा के साथ ही मंदिर ट्रस्ट के अन्य सदस्यों के साथ बैठक की।
बैठक के दौरान निर्माण कार्य करने वाली कंपनी लार्सन एंड टूब्रो और टाटा कंस्लटेंसी सर्विस के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। अनिल मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा कि मंदिर की नींव का निर्माण कार्य अक्टूबर के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर की नींव 50 फुट गहरी, 400 फुट लंबी और 300 फुट चौड़ी होगी।