अयोध्या में राम मंदिर का इंतजार कर रहे लोगों के खास खबर है। अगस्त के पहले सप्ताह से इसका निर्माण शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन करेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास ने बताया कि अयोध्या में भूमि पूजन और मन्दिर की आधारशिला का कार्यक्रम 3 अगस्त से ही शुरू हो जाएगा। 3 अगस्त को गणेश पूजा होगी, 4 रामार्चन पूजा इसमें भगवान राम और सभी देवताओं की पूजा होगी। वहीं 5 अगस्त को भूमि पूजन और मन्दिर की आधारशिला रखी जायेगी। उन्होंने बताया कि 12.15 मिनट पर 32 सेकेंड का मुहूर्त है। चांदी की शिलाओं की पूजा होगी। काशी और अयोध्या के ग्यारह आचार्य पूजा कराएँगे।
ऐसे होगा भूमिपूजन
बताया जा रहा है कि राम मंदिर की आधारशिला पूजा में पीएम मोदी ताम्र कलश स्थापित करेंगे। इस ताम्र कलश में गंगा जल के साथ सभी तीर्थों के जल, सर्वऔषधि और पंच रत्न रखे जाएंगे। इसके साथ ही पाताल लोक के राजा शेषनाग और शेषावतार की प्रसन्नता के लिए चांदी के नाग-नागिन, भूमि के आधार देव भगवान विष्णु के कच्छप अवतार के प्रतीक कछुआ भी नींव में स्थापित होंगे।
200 हस्तियों को निमंत्रण
महंत कमल नयन दास ने बताया कि पीएम मोदी विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन के बाद 12:15 मिनट पर राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होग। राम मंदिर के शिलान्यास के लिए पीएम मोदी के साथ-साथ कई और दिग्गज हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है। पीएम मोदी के साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे। महंत नृत्य गोपाल दास के मुताबिक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत, गृहमंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह सहित करीब 200 प्रमुख हस्तियां अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगी।
2022 की रामनवमी राम मंदिर में
बता दें कि श्री रामतीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रण भेजा गया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से कहा कि वे अयोध्या आकर राम मंदिर में भूमि पूजन करें जिससे जल्दी से जल्दी मन्दिर के गर्भगृह के काम शुरू हो। बताया जा रहा है कि पीएमओ को शिलान्यास के लिए 3 अगस्त और 5 अगस्त की तारीख भेजी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि ट्रस्ट चाहता है कि सावन महीने में प्रधानमंत्री अयोध्या आएं ,भूमि पूजन के पश्चात मंदिर निर्माण शुरू हो और 2022 की रामनवमी भगवान राम के मंदिर में मनाई जाए।
राम मंदिर के मॉडल में किया गया बदलाव, पांच गुंबद होंगे
विश्व हिंदू परिषद् ने अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का एक मॉडल बनवाया है। इस मॉडल के मुताबिक़ रामजन्मभूमि पर राम मंदिर बनाया जाएगा। राम मंदिर में नीचे प्लेटफॉर्म होगा और मंदिर दो मंज़िल का बनेगा। इस मंदिर की लम्बाई 268 फीट, चौड़ाई 140 फीट और ऊंचाई 128 फीट निर्धारित की गई थी लेकिन अब मंदिर की चौड़ाई बढ़ा दी गई है। मंदिर में अब तीन की जगह पांच गुम्बद होगा। मंदिर की ऊंचाई अब 161 फ़ीट होगी। वहीं राम मंदिर में कुल 212 खम्भे होंगे। पहली मंज़िल पर 106 खम्भे होंगे जिनकी ऊंचाई 16 फीट 6 इंच और दूसरी मंजिल पर 106 खम्भे होंगे जिनकी ऊंचाई 14 फीट 6 इंच होगी। हर पिलर में 16 मूर्तियां तराशी जाएंगी। मंदिर में दो चबूतरे होंगे। पहला चबूतरा 8 फीट ऊंचा और 10 फीट चौड़ा होगा। यह चबूतरा परिक्रमा मार्ग होगा। दूसरा चबूतरा 4 फीट 9 इंच होगा और उसके ऊपर पिलर लगेंगे।