अयोध्या. अयोध्या में चौथे दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में इस दीपोत्सव की शुरुआत की थी। कोविड-19 महामारी के प्रसार और राम मंदिर निर्माण की तैयारियों के बीच यह पहला दीपोत्सव होगा। इसे ऐतिहासिक एवं यादगार समारोह बनाने को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। पिछले वर्ष यह समारोह पांच से सात दिनों तक चला था लेकिन इस वर्ष यह तीन दिनों तक चलेगा।
समारोह के दौरान भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा जिसमें महिलाएं ‘‘मिशन शक्ति’’ अभियान को बढ़ावा देने के लिए हिस्सा लेंगी। संस्कृति विभाग ने इसके लिए रूपरेखा तैयार कर ली है और इस पर काम भी शुरू हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि भगवान राम के वनवास से लौटने पर अयोध्या में होने वाला राज्याभिषेक समारोह आकर्षण का केंद्र होगा और उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों की महिला कलाकार अपनी प्रस्तुति से इसे और भव्य बनाएंगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘चौथा दीपोत्सव अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मिशन शक्ति को बढ़ावा देगा। समारोह का विषय महिला सशक्तीकरण होगा। सभी समारोहों में सैकड़ों महिलाएं अपनी प्रतिभा दिखाएंगी। यही नहीं इस वर्ष राम कथा पार्क में रामलीला का आयोजन महिलाएं करेंगी और सरयू नदी के तट पर दीया जलाने के मुख्य कार्यक्रम में अधिकतर महिलाएं ही शामिल होंगी।’’ अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘भगवान राम की जयघोष के बीच 5.51 लाख दीये अयोध्या में जलाए जाएंगे। दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं।’’