सुलतानपुर: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "AIMIM मंत्री पद के लिए काम नहीं करती। हम मजलूमों की आवाज़ बनना चाहते हैं। यूपी सबसे बड़ा राज्य है, जहां हर जाति का अपना एक दल, एक नेता है। मुसलमानों ने कोई नेता नहीं बनाया। हम मुसलमान का नेता बनाना चाहते हैं। जिस समाज का नेता होगा, उसी की बात सुनी जाएगी।"
उन्होंने कहा, "आपने सालों तक कभी कांग्रेस, कभी बसपा, कभी सपा को वोट दिया लेकिन क्या आपने अपनों को वोट दिया। आपको नेता बनना और बनाना है। सब कहते हैं कि ओवैसी की जुबान कड़वी है। जुबान इसलिए कड़वी है क्योंकि हमारे साथ ज़ुल्म हुआ है। सरकारों ने ग़रीबी को हमारा मुकद्दर बना दिया। ओवैसी संविधान की जुबान में बात करता है।"
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में सभा को संबोधित करते हुए AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "वोट आपका हथियार है, आप इसकी ताक़त से जिसको चाहें ज़मीन पर ला सकते हैं। हमारा ख़्वाब यही है कि अपनी जमात को मज़बूत करें। सपा, बसपा, कांग्रेस मुझपर उंगली उठाते हैं। ये इसलिए आवाज़ उठाते हैं क्योंकि ग़रीबों की हम आवाज़ उठाते हैं।"
ओवैसी ने कहा, "लोग कहते हैं, मैं वोट काटने आया हूं। अब आप बताओ कि इस विधानसभा में जहां मैं खड़ा हूँ, यहां से सूर्या कैसे जीत गया? आपका कोई दूसरा कैंडिडेट क्यों नहीं जीता? अखिलेश जी के कैंडिडेट को लोगों ने अपना कैंडिडेट मान लिया, इसीलिए जीता। यहां से तो BSP-SP मिलके लड़े लेकिन सुल्तानपुर से कौन जीता, बीजेपी जीती न। आपने वोट दिया बीजेपी को, नहीं दिया न, फिर कैसे जीती बीजेपी? आप बताओ न, हम तो नहीं थे, यहां से फिर कैसे बीजेपी जीत गई?
उन्होंने कहा, "अखिलेश जान लीजिए, मुसलमान किसी का गुलाम नहीं है, किसी का कैदी नहीं है। हिन्दू वोट नहीं मिला तो कोई कुछ नहीं कहता, मुसलमान वोट पे इतना हल्ला क्यों होता है भाई? हम किसी के गुलाम हैं क्या? ओवैसी ने कहा, "हम मुसलमानों को वोट बैंक नहीं बल्कि ताक़त बनाना चाहते हैं। केंद्र ने अल्पसंख्यकों के लिए 116 करोड़ दिया लेकिन बाबा ने 10 करोड़ खर्च किया। मैं मुख्यमंत्री को बाबा कहता हूं।"
ओवैसी ने सीएम योगी पर हमला करते हुए कहा, "एक मुख्यमंत्री ऐसी ज़ुबान इस्तेमाल करता है। आप बोलो, बाबा स्कूल मुसलमान के लिए नहीं है, बाबा कहेगा नाम बदल दो। बाबा से बोलो, बाबा स्कूल नहीं है मुसलमानों के लिए, बाबा बोलेगा थोक देंगे। बताइए यह मुख्यमंत्री की ज़ुबान होती है?"