लखनऊ/बलरामपुर: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को बलरामपुर में आयोजित शोषित वंचित सम्मेलन में लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा। लखीमपुर की घटना पर बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गाड़ी से 5 लोगों की हत्या हो जाती है और वे खुद कह रहे हैं कि उनकी गाड़ी थी, लेकिन फिर भी पीएम मोदी अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से क्यों नहीं हटा रहे हैं? ओवैसी ने कहा कि गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष को पुलिस कस्टडी में दिन में 8-8 बार नाश्ता कराया गया, जैसे वह ससुराल में हो।
आशीष के 'अब्बाजान' को क्यों नहीं हटाते पीएम मोदी?
ओवैसी ने आगे निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि अजय मिश्रा उच्च जाति के हैं, चुनाव नजदीक हैं और उन्हें उच्च जाति के वोट नहीं मिलेंगे। ओवैसी ने लखीमपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर आशीष की जगह उसका नाम अतीक होता, तो क्या वे उसके घर पर बुलडोजर नहीं चलाते? योगी आशीष के अब्बाजान को क्यों बचा रहे हैं? केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री को मंत्रिमंडल से अब तक बर्खास्त क्यों नहीं किया गया।
मामले पर 11 अक्टूबर को होगी सुनवाई
लखीमपुर खीरी हिंसा में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को शनिवार देर रात क्राइम ब्रांच के दफ्तर में करीब 12 घंटे तक चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि आशीष मिश्रा को असहयोग और टालमटोल के जवाब के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद अशीष को देर रात जूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, यहां से आशीष मिश्रा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं आशीष मिश्रा के वकील अवधेश कुमार ने कहा कि उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा जाना चाहिए या नहीं, इस पर सोमवार यानी 11 अक्टूबर को सुनवाई होगी। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में रहेंगे। उन्हें ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। पुलिस ने तीन दिन की हिरासत मांगी थी, जिसका हमने विरोध किया था। बता दें कि, पूछताछ के दौरान आशीष मिश्र ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए, इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई है।