नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मेरठ के भूसा मंडी इलाके में भारी आगज़नी और हिंसा हुई है। इलाके में अतिक्रमण हटाने गए पुलिस और कैंट बोर्ड की टीम पर लोगों ने पथराव और हंगामा किया तथा इस दौरान आगजनी और तोड़फोड़ की। लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर आक्रोशित लोगों ने पथराव किया और एक पुलिसकर्मी से उसका वायरलेस सेट व कैंटबोर्ड के सुपरवाइजर का मोबाइल छीन लिया।
आगज़नी में डेढ़ सौ से अधिक झुग्गियों को जलाए जाने की खबर है, साथ ही बसों और कारों में भारी तोड़फोड़ की गई। आग पर फायर ब्रिगेड की दो दर्जन से अधिक गाड़ियों ने काबू पाया। इलाके में तोड़फोड़ के साथ राहगीरों से लूटपाट की भी खबरें हैं। मेरठ के जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया, ‘‘घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं । हालात फिलहाल काबू में है । घटना की वजह जांच के बाद ही पता लग सकेगी।’’
दूसरी ओर पुलिस के अनुसार लोगों ने करीब दो दर्जन वाहनों में तोडफ़ोड़ करते हुए आगजनी करने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पुलिस सड़क पर उतरी तो छतों से गोलीबारी की गई। उन्होंने बताया कि इस बीच पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली रोड पर वाहनों का मार्ग बदल दिया । स्थानीय मेहताब सिनेमा आने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं और रात तक हालात तनावपूर्ण रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि दो संप्रदाय के लोगों ने एक-दूसरे पर झुग्गियों में आगजनी का आरोप लगाया है और वहीं, उपद्रवियों ने दिल्ली रोड पर दो दर्जन कार व बाइक तथा करीब आधा दर्जन रोडवेज बसों में तोडफ़ोड़ कर दी। उन्होंने बताया कि देखते ही देखते क्षेत्र के कई बाजार बंद हो गए और तनाव के बीच भारी पुलिसबल स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है।
भैसाली डिपो मेरठ के एक बस चालक सुनील कुमार बताते हैं, ‘‘लगभग सौ से डेढ़ सौ लोगों ने उनकी बस पर हमला बोल दिया। बस में सवार एक महिला और बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि बस में सवार तीस से भी ज्यादा अन्य लोगों को गंभीर चोटें आईं हैं।’’ बस चालक के अनुसार, ‘‘वह 100 नंबर पर फोन करते रहे लेकिन पुलिस की कोई मदद नहीं मिली।’’
आरोप लगाया जा रहा है कि ‘‘बस चालक के साथ भीड़ ने मारपीट की और वहीं बस में मौजूद सवारियों के साथ जमकर लूटपाट भी की गई। लोगों ने भागदौड़ कर अपनी जान बचाई। मेरठ में आगजनी की सूचना के बीच घटनास्थल के नजदीक स्थित गोलचा सिनेमा का शो भी बीच में ही बंद कर दिया गया। आग की अफवाह फैलते ही सिनेमा में मौजूद लोगों में अफरा तफरी मच गई। सभी दर्शकों को थिएटर से बाहर भेज दिया गया।’’
ताजा जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा कई थानों की पुलिस बलों को भी वहां तैनात कर दिया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि कैंट बोर्ड की टीम बंगला नंबर 201 पर हो रहे अवैध निर्माण रुकवाने के लिए पहुंची थी। स्थानीय पार्षद मंजू गोयल के बेटे गौरव गोयल के मुताबिक पुलिस ने अवैध निर्माण का विरोध करने पर चार लोगों को गिरफ्तार किया था जिसके बाद गुस्साए लोगों ने सडक पर कूड़े में आग लगा दी जहां से आग ने झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया।