नई दिल्ली: हलाला, तीन तलाक और बहुविवाह के खिलाफ आवाज उठाने वाली आला हजरत खानदान की पूर्व बहू निदा खान और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नकवी के खिलाफ बरेली में एक और फतवा जारी कर दिया गया है। इस फतवे में दोनों को तीन दिन में देश छोड़ देने की धमकी दी गई है। दोनों के खिलाफ बकायदा पोस्टर छपवाकर मस्जिदों में चिपका दिये गये हैं। पोस्टर में लिखा है कि तीन दिन में अगर निदा खान और फरहत नकवी ने हिंदुस्तान नहीं छोड़ा तो दोनों की चोटियां काटकर पत्थर मार-मारकर इन्हें देश से बाहर निकाल दिया जायेगा।
ये नया तालिबानी फतवा जारी किया है बरेली की एक और संस्था ऑल इंडिया फैज़ान ए मदीना कौंसिल ने। फतवे के मुताबिक, दोनों ही महिलाएं इस्लाम से खारिज हैं, दोनों ही देश द्रोही हैं। फतवे में कहा गया है कि चोटी काटने वाले को 11,786 रूपये का ईनाम दिया जायेगा। इस फतवे की जानकारी मिलने पर तीन तलाक और मुस्लिम पीड़ित महिलाओं के हक़ में अपनी आवाज़ बुलंद कर रहीं दोनों ही महिलाओं ने हैरानी जताई है। निदा खान ने कहा कि प्रशासन के कोई एक्शन ना लेने के वजह से ही ऐसे लोगों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।
निदा ने इस करतूत को सिरफिरे मुसलमानों का फतवा करार दिया है। दोनों ही अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और फोन पर लगातार धमकियां मिलने की बात कही। इस फतवों को लेकर पुलिस क्या एक्शन लेने जा रही है अभी इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन फरहत नकवी ने इस मामले में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात का फैसला किया है। वे शाहजहांपुर में पीएम की रैली में इस फतवे और उत्पीड़न के खिलाफ इंसाफ की मांग करेंगी।
बता दें कि दो पेज का ये फतवा कौंसिल के अध्यक्ष मुईन सिद्दिक़ी नूरी के नाम से जारी किया गया है। बरेली में इस फतवे के पोस्टर छपवाकर मस्जिदों में लगा दिये गये हैं। दोनों ही महिलाओं के खिलाफ ये दूसरा फतवा है। इससे पहले आला हजरत दरगाह के दारुल इफ्ता ने दोनों को इस्लाम से खारिज कर देने और हुक्का पानी बंद कर देने का फतवा जारी किया था।