बरेली: उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले के बिसौली से भाजपा विधायक कुशाग्र सागर पर 19 वर्षीय युवती ने शादी का झांसा देकर दो साल तक बलात्कार करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि पीड़ित युवती ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक :बरेली: को लिखित शिकायत दी है। उसने धमकी दी है कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह जान दे देगी। पीड़िता का कहना है कि बिसौली विधानसभा सीट से पूर्व विधायक योगेंद्र सागर का बेटा कुशाग्र इस समय बिसौली से ही विधायक है। महिला का आरोप है कि कुशाग्र ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दो साल तक लगातार दुष्कर्म किया।
बरेली के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी नीति द्विवेदी को सौंपी गयी है और रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि उन्नाव बलात्कार प्रकरण में आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर फिलहाल जेल में हैं। पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि उसकी माँ पूर्व विधायक योगेंद्र सागर के बरेली में थाना बारादरी के ग्रीन पार्क स्थित घर पर काम करती थी। कभी कभी मां के साथ पीड़िता भी विधायक के घर पर चली जाती थी। उस समय पीड़िता और कुशाग्र में प्रेम प्रसंग हो गया।
पीड़िता ने बताया कि कुशाग्र ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाये और दो साल तक उसका यौन शोषण करता रहा। दो साल बीतने पर जब पीड़िता ने शादी करने को कहा तो कुशाग्र ने मना कर दिया। पीड़िता ने 2014 में तत्कालीन एसएसपी से मामले की शिकायत की थी। पीड़िता ने बताया कि उस समय कुशाग्र के पिता ने पीड़िता से कुशाग्र के बालिग होने पर शादी करने का वायदा किया था, जिस पर वह मान गयी। पीड़िता के अनुसार अब कुशाग्र बिसौली से विधायक है और जब उसे :पीडिता: पता लगा कि कुशाग्र की शादी कहीं और हो रही है तो उसने एसएसपी से शिकायत की।
युवती ने इंसाफ नहीं मिलने पर आत्महत्या करने की धमकी दी है। इस संबंध में विधायक कुशाग्र सागर का कहना है कि यह लड़की के परिवार की साजिश है और लड़की द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। लड़की हमारे घर काम करती थी, तभी उसके परिजनों ने आरोप लगाए थे। उस दौरान पुलिस जांच में पूरा मामला फर्जी पाया गया था। खुद को फंसता देख लड़की के परिजनों ने लिखित माफी मांगी और कहा कि भूलवश ऐसे आरोप लगाए थे।
कुशाग्र ने दावा किया कि लड़की के परिवार का लिखित कबूलनामा और पुलिस जांच की रिपोर्ट हमारे पास है। विधायक के पिता पूर्व विधायक योगेंद्र सागर ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि इसी तरह के आरोप लड़की ने 2014 में भी लगाये थे लेकिन पुलिस जांच में आरोप झूठे पाये गये। लड़की ने स्वयं शपथपत्र देकर गलतफहमी के चलते आरोप लगाने की बात स्वीकार की थी।