इलाहाबाद: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र की हत्या को लेकर गुस्साए छात्र सोमवार को हिंसा पर उतर आए और एक बस को आग लगा दी। पुलिस ने कहा कि गुस्साए छात्रों ने जिलाधिकारी सुहास एल. वाई के आवास की भी घेराबंदी की।
चार लोगों द्वारा बेरहमी से पीटे जाने के बाद दलित छात्र दिलीप सरोज कोमा में पहुंच गया था जिसके बाद रविवार रात को उसकी मौत हो गई। शुक्रवार रात को कर्नलगंज में एक रेस्तरां के बाहर उस पर हमला हुआ था। मामले में रेस्तरां के एक वेटर मुन्ना सिंह चौहान को गिरफ्तार किया गया है और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
समाजवादी युवजन सभा (एसवाईएस) और ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आईसा) से संबंद्ध गुस्साए छात्रों ने सोमवार को एक मार्च निकाला और सरकार व पुलिस विरोधी नारे लगाए। छात्रों ने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने और मृतक छात्र के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की।
प्रतापगढ़ के रहने वाला सरोज एलएलबी द्वितीय वर्ष का छात्र था। हत्या का वीडियो वायरल होने से पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में से किसी भी मंत्री या नेता ने इस वीभत्स हत्याकांड पर प्रतिक्रिया नहीं दी है जिस पर विपक्षी दलों ने गुस्सा जताया है। इलाहाबाद से विधायक, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री व सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह से बात करने की काफी कोशिश की गई लेकिन फोन नहीं उठाए जाने की वजह से उनसे बात नहीं हो सकी।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ पर दलित छात्र की हत्या को लेकर निशाना साधा है। एक बयान में उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा की जा रही राजनीति के कारण देश और राज्य का माहौल भ्रष्ट और हिंसक हो गया है।