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आनंद गिरि का नया Video सामने आया, मठ की जमीन की खरीद फरोख्त के लगाए आरोप

आनंद गिरि ने वीडियो जारी कर कहा कि अगर मेरे परिवार का संबंध है तो साबित किया जाए। सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के मध्य में जो कार्रवाई हुई वह हिटलर शासन वाली कार्रवाई है, उसका कोई औचित्य नहीं है, जहां ना आम सभा बुलाई गई और ना मुझे बताया गया कि मुझ पर कोई आरोप लगाए गए हैं, ना ही उनका स्पष्टिकरण मांगा गया और ना ही कोई कमेटी गठित हुई और ना ही कोई जानकारी मुझ तक पहुंची।

Reported by: Ruchi Kumar
Published on: September 21, 2021 22:52 IST
आनंद गिरि का नया Video सामने आया, मठ की जमीन की खरीद फरोख्त के लगाए आरोप- India TV Hindi
Image Source : TWITTER आनंद गिरि का नया Video सामने आया, मठ की जमीन की खरीद फरोख्त के लगाए आरोप

लखनऊ/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरी को हिरासत में ले लिया गया है। इसी कड़ी में अब आनंद गिरि का नया विडियो सामने आया है। बता दें कि, आनंद गिरि को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ की जा रही है। 

'मैंने एक आवाज उठाई थी- मठ बाघम्बरी की गद्दी को लेकर'

आनंद गिरि ने वीडियो जारी कर कहा कि अगर मेरे परिवार का संबंध है तो साबित किया जाए। सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के मध्य में जो कार्रवाई हुई वह हिटलर शासन वाली कार्रवाई है, उसका कोई औचित्य नहीं है, जहां ना आम सभा बुलाई गई और ना मुझे बताया गया कि मुझ पर कोई आरोप लगाए गए हैं, ना ही उनका स्पष्टिकरण मांगा गया और ना ही कोई कमेटी गठित हुई और ना ही कोई जानकारी मुझ तक पहुंची। उससे पहले मुझे मीडिया से पता चला कि मेरा निष्कासन हो गया है। मैंने एक आवाज उठाई थी- मठ बाघम्बरी की गद्दी को लेकर। मठ बाघम्बरी गद्दी से जब से मैं जुड़ा हूं तब से लेकर आज तक मठ की सैकड़ों करोड़ की जमीन ऐसे ही निजी स्वार्त्य के हित में बेच दी गई। मैं बर बार चुप रहा, निरंजिनी अखाड़े की बहुत सारी करीब 200 बीघे की जमीन प्रयागराज और मिर्जापुर जिले में, उससे भी पेट नहीं भरा तो हरिद्वार में जमीनें बेंची गई। इन्हीं जमीनों की खरीद-फरोख्त के कारण काले पैसे को हजम करने के लिए हमारे 2 महात्मा चले गए, उनकी हत्या हुई या मौत हुई, इस राज से अभी तक पर्दा नहीं उठा। मैंने मांग की है कि महंत आशीष गिरी की हत्या या आत्महत्या की जांच निष्पक्ष हो। मठ बाघम्बरी गद्दी सैकड़ों वर्ष पुराना मठ है, हरिद्वार और प्रयागराज का एक प्रतिष्ठित मठ है।

कुछ विशेष निजी शिष्यों के नाम बेनामी सम्पदा कर दी गई- आनंद गिरि

आनंद गिरि ने आगे कहा कि बड़े हनुमान जी महाराज पर भारी चढ़ावा आता है, इस चढ़ावे का क्या होता है, कहां जाता है? और साथ ही मठ बाघम्बरी गद्दी जो बेची गई है उसका पैसा कहां गया? उस जमीन को परिवार के निजी स्वार्थ्य में या फिर कुछ विशेष निजी शिष्यों के नाम बेनामी सम्पदा कर दी गई। जो लोग बीपीएल कार्ड धारक हैं और एक दम गरीबी रेखा से नीचे जी रहे हैं उनके नाम पर 22 से 25 एकड़ जमीन कैसे हो गई? एक सिपाही है जो सरकारी नौकर है और केवल आरक्षी है उसके नाम पर 2-2 बड़े फ्लैट बेनामी संपत्ति कैसे हो गई? मैने केवल जांच की मांग की है, अगर मैं दोषी हूं तो मुझे सजा भुगतने में कोई ऐतराज नहीं है, अगर मैं दोषी नहीं हूं तो मेरे ऊपर बिना किसी कारण और बिना किसी नोटिस के इतनी बड़ी कार्रवाई कर दी गई। इस मांग को उठाने के कारण मेरी जन को खतरा है, मुझे धमकियां मिल रही हैं। मैं फिर से मांग करता हूं कि निष्पक्षता से जांच हो।  

सुसाइड नोट में है आनंद गिरि का नाम

गौरतलब है कि महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें आनंद गिरि का नाम था। आनंद गिरि पर नरेंद्र गिरि ने मानसिक तौर पर पीड़ित करने के आरोप लगाए थे, इसी आधार पर पुलिस ने आनंद गिरि को पहले हिरासत में लिया और बाद में गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं महंत नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच हुए विवाद के बाद दोनों के बीच सुलह हो गई थी और इस संबंध में एक चिट्ठी भी जारी की गई थी। दोनों के संयुक्त बयान से जुड़ी यह चिट्ठी सामने आई है। इसमें आनंद गिरि ने नरेंद्र गिरि से अपने कृत्यों के लिए माफी मांगी थी। इसके साथ ही महंत नरेंद्र गिरि ने अपने शिष्य को माफ करने और आश्रम में बुलाए जाने की बात कही थी।नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच मई महीने में हुए एक समझौते के 3 चश्मदीदों से भी यूपी पुलिस पूछताछ करने की तैयारी में है। इस मुलाकात में दो नेता और एक अफसर मौजूद थे। 

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले को प्रापर्टी का मामला मानकर जांच की जा रही है: योगी आदित्यनाथ 

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को यहां कहा कि इस पूरे मामले को संपत्ति का मामला मानते हुए पुलिस की एक टीम- यहां के अतिरिक्त महानिदेशक, महानिरीक्षक, प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं मंडलायुक्त - इस मामले की जांच को आगे बढ़ा रही है। मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे श्री मठ बाघंबरी गद्दी पहुंचकर महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, कल की घटना को लेकर कई साक्ष्य एकत्र किए गए हैं क्योंकि यह मामला धर्माचार्य और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष से जुड़ा हुआ मामला है। योगी ने कहा कि एक एक घटनाक्रम का पर्दाफाश होगा और दोषी अवश्य सजा पाएगा। उन्होंने कहा कि सभी से अपील है कि इस संवेदनशील मामले में अनावश्यक बयानबाजी करने से बचें और जांच एजेंसियों को निष्पक्ष ढंग से अपना काम करने दें। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार होगा उसको कानून के दायरे में लाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धार्मिक परंपरा के अनुसार पंचक होने के कारण कल पांच सदस्यीय एक टीम महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम संपन्न करेगी और उसके बाद जो भी धार्मिक रीति है, शास्त्रों की पद्धति से उनकी भावनाओं के अनुरूप समाधि का कार्यक्रम यहां संपन्न होगा। उल्लेखनीय है कि सोमवार को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने अपने श्रीमठ बाघंबरी गद्दी में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस के मुताबिक, महंत नरेंद्र गिरि के शव के पास सात-आठ पेज का एक सुसाइड नोट पाया गया, जिसमें उन्होंने कई बातें लिखी थीं। 

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