लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश की राजधानी में रविवार को प्रदेश में निवेशकों की लगभग 65 हजार करोड़ रुपये की 292 निवेश परियोजनाओं का एक साथ शिलान्यास करेंगे। इस दौरान राज्य के विभिन्न मंत्रियों की अध्यक्षता में छह सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण, रक्षा एवं वैमानिक निर्माण सहित विभिन्न उद्योगों के प्रोत्साहन के विषय में समूह चर्चा की जाएगी। इन सत्रों में मिलने वाले सुझाव और सिफारिशों पर तेजी से अमल सुनिश्चित किया जाएगा।
राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि 'ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-2' के दौरान विभिन्न उद्योगों पर आधारित सत्रों में मंत्रियों की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली समूह चर्चा में प्रमुख रूप से छह तरह के उद्योगों पर विशेष चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाले इस शिलान्यास समारोह को गृहमंत्री शाह के साथ दिग्गज उद्योगपति अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी, टाटा संस के चेयरमैन एन.चंद्रशेखरन, एचसीएल ग्रुप के चेयरमैन शिव नाडर, पेप्सिको इंडिया होल्डिंग के सीईओ व प्रेसीडेंट अहमद-अल-शेख, सैमसंग इंडिया के प्रेसीडेंट एंड सीईओ एचसी हांग, आईटीसी के सीएमडी संजीव पुरी व मेदांता एंड हेल्थकेयर सेक्टर स्किल काउंसिलके चेयरमैन नरेश त्रेहन विशेष रूप से संबोधित करेंगे।
महाना ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री शाह 'ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-2' का शुभारंभ करेंगे। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्च रिंग, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य खाद्य एवं प्रसंस्करण सत्र, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना डिफेंस एंड एयरो स्पेस, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा पावर एंड रिन्युएबल एनर्जी के सत्रों की अध्यक्षता करेंगे।
उन्होंने बताया कि इसके तहत खाद्य प्रसंस्करण, रक्षा एवं एयरो स्पेस, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्च रिंग, पर्यटन एवं फिल्म, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और बिजली एवं अक्षय ऊर्जा विषयों पर चर्चा के लिए छह सत्रों का निर्धारण किया गया है। इन सत्रों में प्रदेश के विकास के प्रति बेहतर सुझाव और संस्तुतियां प्राप्त होंगी, उनका क्रियान्वयन त्वरित गति से सुनिश्चित किया जाएगा। इसके साथ ही उद्यमियों की समस्याओं के संबंध में जो भी मामले सामने आएंगे, उनका समयबद्ध निस्तारण होगा।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष में फरवरी में 4.28 लाख करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं के एमओयू हुए थे। इनमें से 60 हजार करोड़ की 81 परियोजनाओं का एक साथ शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 29 जुलाई को किया था। एक साल के भीतर यह दूसरा मौका है, जब प्रदेश एमओयू से जुड़ी निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास समारोह होने जा रहा है।