लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदेश की सारी सड़कें 15 नवंबर तक गड्ढामुक्त कर दी जाएं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान खराब सड़कों को लेकर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों से कहा कि प्रदेश की सभी सड़कों को 15 नवंबर तक गड्ढामुक्त किया जाए। योगी ने कहा कि राष्ट्रीय मार्गो की हालत बहुत ही खराब है, जहां निर्माण चल रहा है, वहां कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं।
उन्होंने NHAI के अधिकारियों को गोरखपुर-वाराणसी, मऊ-गोरखपुर और मऊ-वाराणसी रोड का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य सचिव आर.के. तिवारी से इसकी समीक्षा कर अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने और केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय को चिट्ठी लिखने के भी निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा कि अभी प्रदेश में 22 फीसदी नगरीय क्षेत्र है, अगले 2 साल में इसे बढ़ाकर 30 फीसदी किया जाए, जिससे शहरी क्षेत्र से जुड़े आस-पास के इलाकों को भी बेहतर सुविधा हासिल हो सके।
मुख्यमंत्री योगी ने समीक्षा बैठक शुरू होते ही लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया कि जिन जनपदों में बिना कार्य किए ही रकम निकाली गई है, वहां पर सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसे लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई जाए। उन्होंने कहा कि पैचवर्क को महज औपचारिकता न बनाएं, बल्कि उसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। योगी ने कहा है कि लोक निर्माण विभाग समेत 4 विभागों में पिछले 2 वर्षो में हुए सभी टेंडरों का ऑडिट करवा कर जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने नगर विकास विभाग और सिंचाई विभाग के टेंडरों की भी ऑडिट करवाने के निर्देश दिए।