लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के सभी 13 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए। इन प्रत्याशियों में राज्य सरकार के 2 मंत्री भी शामिल हैं। विधान परिषद चुनाव के निर्वाचन अधिकारी अशोक कुमार चौबे ने लखनऊ में बताया कि गुरुवार को नाम वापसी के आखिरी दिन तक किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया, लिहाजा सभी 13 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए। इसमें भारतीय जनता पार्टी के 10 उम्मीदवारों के अलावा समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और अपना दल (एस) के एक-एक प्रत्याशी हैं।
बीजेपी की तरफ से ग्राम्य विकास मंत्री महेंद्र सिंह और वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा के अलावा डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल, बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, जयवीर सिंह, विद्यासागर सोनकर, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया और अशोक धवन अब उच्च सदन के सदस्य होंगे। वहीं, अपना दल (सोनेलाल) के आशीष सिंह पटेल भी विधान परिषद सदस्य बन गए हैं। सपा ने एक सीट पर अपने प्रान्तीय अध्यक्ष और मौजूदा विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम को चुना गया है। दूसरी तरफ, बसपा के भीमराव आंबेडकर को चुना गया है। इन चुनावों में बीजेपी को 8 सीटों का फायदा हुआ है।
गौरतलब है कि विधान परिषद सदस्य और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा भाजपा सरकार के मंत्रियों महेन्द्र सिंह और मोहसिन रजा समेत 13 सदस्यों का कार्यकाल आगामी 5 मई को समाप्त हो रहा है। जो 13 सीटें खाली हुई थीं, उनमें 7 सपा की, 2-2 भाजपा और बसपा की और एक राष्ट्रीय लोकदल की थी। इनमें एक सीट पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी की भी थी, जो उनके सपा से बसपा में जाने के बाद रिक्त हुई थी। प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में अब बीजेपी के 21 सदस्य हो गये हैं। वहीं, सपा के 55, बसपा के 8, कांग्रेस के 2, अपना दल का एक तथा 12 अन्य सदस्य हैं। एक सीट रिक्त है।