अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पुलिस की मुस्तैदी गरीब मजदूर मां-बाप के लिए दीपावली से पहले खुशी लेकर आई है। सोमवार को अलीगढ़ के छर्रा बस स्टैंड के पास से एक 4 साल के बच्चे की किडनैपिंग का मामला सामने आया। ये बच्चा झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले एक गरीब परिवार से जुड़ा था। किडनैपिंग की सूचना के बाद तुरंत अलीगढ़ पुलिस हरकत में आई और तुरंत आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। पुलिस ने इस मामले दो युवक को गिरफ्तार किया है। अलीगढ़ के एसएसपी ने मामले को चंद घंटे में सुलझाने वाली टीम को 25 हजार रुपये की राशि देकर सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
दरअसल पुलिस को सोमवार दोपहर करीब 12 बच्चे बच्चे की किडनैपिंग की खबर मिली थी, जिसके बाद जिले के एसएसपी खुद हरकत में आए और विभिन्न पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर उन्होंने पुलिस की कई टीमों को किडनैपर्स की घेराबंदी में लगा दिया। पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया कि किडनैपर्स उनके बच्चे को खाना खिलाने के बहाने बाइक पर लेकर गए हैं लेकिन काफी देर बाद भी नहीं लौटे हैं।
पीड़ित परिवार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अलीगढ़ पुलिस की एक टीम ने किडनैपर्स को ट्रेस करने के लिए नाकाबंदी की वही एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर काम आरोपियों को ट्रेस करना शुरू कर दिया। जिसके आधार पर कुछ ही घंटों में पुलिस ने दोनों किडनैपर्स को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवकों के नाम सनी और प्रिंस हैं। ये दोनों ही अलीगढ़ के सासनीगेट इलाके के रहने वाले हैं। प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि इन्होंने बच्चे को बेचने के इरादे से किडनैपिंग को अंजाम दिया था। बच्चे का सौदा 20 हजार रुपये में तय किया था। पुलिस ने इनके पास से 20 हजार रुपये भी बरामद किए हैं और बच्चा खरीदने वालों को भी हिरासत में लिया है।