नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने लखनऊ एयरपोर्ट पर जमकर हंगामा किया। एयरपोर्ट पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जमा हो गए और उन्होंने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की। अखिलेश समर्थक एयरपोर्ट की गेट पर चढ़ गए और CISF के अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की करने लगे। हालांकि बाद में अधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को शांत कराया।
इससे पहले अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र नेताओं के शपथ समारोह में शामिल नहीं होने देने के लक्ष्य से उन्हें लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। इस मुद्दे पर विधानसभा और विधानपरिषद में भी जमकर हंगामा हुआ और क्रमश: 20 और 25 मिनट के लिये दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।
अखिलेश यादव ट्वीट किया है, ''सरकार छात्र नेताओं के शपथ समारोह में मेरे जाने से डर गयी। इसलिये मुझे इलाहबाद जाने से रोकने के लिये हवाई अड्डे पर रोक दिया गया।'' उन्होंने टि्वटर पर हवाईअड्डे से एक तस्वीर भी पोस्ट की है जिसमें वह पुलिस अधिकारियों से बात करते दिख रहे हैं।
इस संबंध में हवाईअड्डे के निदेशक ए. के. शर्मा से सवाल करने पर उन्होंने कहा कि इस बाबत उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सपा अध्यक्ष को हवाईअड्डे पर रोके जाने संबंधी उनके ट्वीट की सूचना सदन में पहुंचते ही पार्टी के सदस्यों ने इस मुद्दे को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उठाया।
विधानसभा में सपा के सदस्य नरेंद्र वर्मा ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार लोकतंत्र की हत्या का प्रयास कर रही है। ‘‘हमारे नेता को इलाहाबाद जाने से रोका जा रहा है।''
इस बात पर हंगामा बढ़ गया और सपा सदस्य अध्यक्ष के आसन के समक्ष आ गये जिसके बाद विधानसभाध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिये स्थगित कर दी। विधानपरिषद में यह मुद्दा सदन में विपक्ष के नेता अहमद हसन ने उठाया और सदस्यों के हंगामे के बाद सभापति ने 25 मिनट के लिये सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी।