लखनऊ: कोरोना वायरस वैक्सीनेशन मुहिम की शनिवार को हुई शुरुआत के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार से टीकाकरण अभियान के इंतजामों को लेकर सवाल पूछे हैं। उन्होंने सरकार से यह भी जानना चाहा कि गरीबों को यह टीका मुफ्त में कब तक लगेगा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें देश के डॉक्टरों पर भरोसा है, लेकिन सरकार पर नहीं। उन्होंने सुझाव दिया कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को पहले लाइन में लगकर खुद को टीका लगवाना चाहिए क्योंकि पार्टी ने सभी कार्यक्रम बड़े पैमाने पर आयोजित किेए थे।
गरीबों को कोविड-19 टीका कब मुफ्त में लगाया जाएगा, इसे लेकर सरकार से सवाल पूछते हुए अखिलेश ने कहा, ‘एक साल बाद जब समाजवादी पार्टी सत्ता में आएगी तब हम सभी के लिए मुफ्त टीका सुनिश्चित करेंगे।’ बता दें कि इस महीने की शुरूआत में यादव के टीके को लेकर दिए बयान पर विवाद हो गया था। उन्होंने कहा था कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ 'बीजेपी टीका' नहीं लगवाएंगे। हालांकि यादव ने बाद में इसमें सुधार करते हुए कहा था कि वह वैज्ञानिकों का हवाला नहीं दे रहे थे।
शनिवार को उन्होंने पूछा कि क्या टीकाकरण अभियान में लगे कर्मियों को पूरा प्रशिक्षण दिया गया है और टीके के परिवहन से जुड़ी सभी तैयारियों पर ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि क्या टीकाकरण केंद्रों को पर्याप्त फंड जारी किया गया है, नहीं तो काम कैसे होगा? हम जानना चाहते हैं कि क्या टीके के भंडारण और परिवहन के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं? हमें अपने डाक्टरों पर पूरा भरोसा है, लेकिन सरकार पर नहीं। अच्छी बात है कि कोरोना वायरस का टीका आ गया है, लेकिन हमें डाक्टरों की बात पर विश्वास है, न कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर।'
उन्होंने फर्जी मुठभेड़ों, हिरासत में मौतों और महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोपों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। समाजवादी पार्टी के नेता ने आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं को फर्जी मामलों में फंसाया गया है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए यादव ने कहा कि इनसे (कानूनों से) किसान बर्बाद हो जाएगा। हाल में बीजेपी में शामिल हुए पूर्व IAS अधिकारी एके शर्मा को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश ने उम्मीद जताई कि राजमार्ग परियोजना समेत मऊ में उनकी सरकार द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों को गति मिलेगी। शर्मा मऊ के रहने वाले हैं।
हालांकि उन्होंने अगले विधानसभा चुनाव में सपा की सत्ता में वापसी का भरोसा जताते हुए दावा किया कि लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उखाड़ फेंकने का निश्चय कर लिया है। अखिलेश ने शौचालय की योजना में भ्रष्टाचार का दावा किया। जब उनसे अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए धन एकत्रित करने के अभियान को लेकर सवाल पूछा गया तो अखिलेश ने इसे भारतीय जनता पार्टी का 'राजनीतिक कार्यक्रम' करार दिया। (भाषा)