प्रयागराज: अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि जी महाराज ने बुधवार को कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले की जांच अखाड़ा परिषद अपने स्तर से भी करेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए अखाड़ा के लोगों को गुप्त रुप से नियुक्त किया जाएगा। श्रीमठ बाघंबरी गद्दी में महंत नरेंद्र गिरि को समाधि दिए जाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में महंत हरि गिरि ने कहा, ‘‘यहां (अखाड़ा में) कुछ लोग पक्ष में होते हैं, कुछ लोग विपक्ष में होते हैं। कुछ लोग सत्ता के साथ होते हैं, कुछ लोग सत्ता के विरोध में।’’ उन्होंने कहा, महंत नरेंद्र गिरि का षोढसी भंडारा पांच अक्टूबर को होने तक जांच पूरी होने की उम्मीद है। हमारा लक्ष्य है कि अपराधी गिरफ्तार हो।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महंत की मृत्यु से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा कि उनकी सरकार मामले की हर तरह की जांच के लिए तैयार है। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उच्च न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश से मामले की न्यायिक जांच की मांग की। महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु मामले की सीबीआई जांच के अनुरोध वाली एक याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भी भेजी गई है।
वहीं एसआईटी ने नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार आनंद गिरि से लगातार 12 घंटे पूछताछ की है। पुलिस ने आनंद गिरि और आद्या तिवारी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। आनंद गिरि को पुलिस ने सुसाइड नोट भी दिखाया। पुलिस ने आनंद से नरेंद्र गिरि की हैंड राइटिंग पहचानने को कहा। पूछताछ के दौरान आनंद बार-बार कहता रहा ये हत्या है।
आनंद गिरि और नरेंद्र गिरि के बीच मठ के उतराधिकार को लेकर विवाद पर भी सवाल जवाब हुए, जिसमें आनंद गिरि ने बताया कि महंत जी के कहने के बाद जब तक उन्होंने मुझे माफ़ नहीं कर दिया श्री बड़े हनुमान जी के मंदिर नहीं गया। आनंद गिरि ने कबूल किया कि हाल में मेरा महंत जी से कोई विवाद नहीं था, महंत जी मुझे कभी परेशान भी नहीं लगे।महंत नरेंद्र गिरि से ब्लैकमेलिंग के सवाल पर आनंद गिरि ने बताया कि मुझे फंसाया जा रहा है, ये मेरे खिलाफ बड़ी साजिश है।
महंत आनंद गिरि, अध्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी तीनों से एक साथ भी मंदिर के चंदे में गड़बड़ को लेकर आमने सामने बैठा कर पूछताछ की गई। अध्या तिवारी और उसके बेटे संदीप ने पुलिस को बताया कि महंत जी से उनका कोई विवाद नहीं हुआ, वो काफी लंबे वक्त से मंदिर के पुजारी है और गुरु जी मुझ पर बहुत विश्वास करते थे। एक हफ्ते पहले हुए झगड़े पर अध्या तिवारी और उसके बेटे ने बताया कि महंत जी ने हेराफेरी की बात बोली जरूर थी लेकिन बाद में जब हमने उन्हें सच्चाई बताई तो वो मान गए थे, कोई नाराजगी नहीं थी। इस बीच इलाहाबाद की कोर्ट ने आनंद गिरी और आद्या तिवारी को 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है।
एसआईटी ने नरेंद्र गिरी की सुरक्षा में तैनात 4 गनर्स से भी पूछताछ की है। गनर अजय सिंह, मनीष शुक्ला, अभिषेक मिश्रा और विवेक मिश्रा से पुलिस लाइन में पूछताछ की गई है। पुलिस ये पता कर रही है कि जब नरेंद्र गिरि की मौत हुई तब गनर समेत तमाम सुरक्षाकर्मी कहां थे। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान 3 सरकारी गनरों की लापरवाही सामने आई है।
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