लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2021-22 के लिये विधानसभा में पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार को सेंसलेस बताया। अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, "बजट पेपरलेस है, सरकार सेंसलेस है।"
उन्होंने ट्वीट में लिखा, "न लघु उद्योग को समर्थन, न किसान के बर्बाद फसल की बात, न गन्ना भुगतान पर स्पष्टता। नौजवानों के रोजगार पर निजी क्षेत्र का पहरा। बुंदेलखंड के किसान आत्महत्याओं पर चुप्पी। अपना राग, अपनी डफ़ली। आज के बजट की यही सच्चाई है। बजट पेपरलेस है, सरकार सेंसलेस है।"
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कहा, "आज फिर नए जुमलों के साथ उत्तर प्रदेश के बजट को पेश किया गया, जो पूरी तरह निराशजनक, किसानों के साथ धोखा, नौजवानों के विश्वास के साथ विश्वासघात और गरीब, शोषित, वंचितों के लिए कोई योजना लाने का काम नहीं करने वाला है। विकास से यह बजट कोसों दूर दिखा।"
उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद थी कि यह सरकार किसानों के लिए कोई योजना लेकर आयेगी, किसानों के लिए विशेष पैकेज लाने की व्यवस्था करेगी। ओलावृष्टि, अतिवृष्टि, बेमौसम वर्षा से जो किसानेां की फसल बर्बाद हुई है, उसके लिए एक रूपया मुआवजे के नाम पर इस सरकार ने नहीं दिया, सिर्फ दिखावा किया।"
अजय कुमार लल्लू ने कहा, "युवा रोजगार के नाम पर इस सरकार ने एक शेर के माध्यम से बात कही, अंतिम शब्द था- 'हम जो चाहेंगे वह होने दो'। यह सरकार रोजगार को तो चाहती ही नहीं है। 14 लाख प्रतिवर्ष का वादा था, 56 लाख के सापेक्ष मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि 4 लाख दे पाये हैं।"
उन्होंने कहा, "यूपीएसी की भर्ती 24 में से 22 भर्ती अटकी पड़ी हैं, रोज आन्दोलकारी सड़कों पर हैं, चाहे वह शिक्षक भर्ती हो, पुलिस भर्ती हो, बीडीओ, सिपाही, दरोगा भर्ती हो अधर में लटकी पड़ी हैं। भर्ती के नाम पर सरकार ने नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है।"