नई दिल्ली/लखनऊ: दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा लागू किये गये तीन काले कृषि कानूनों को वापस लिये जाने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर विगत 68 दिनों से इस हाड़ कंपाने वाली ठंड में आंदोलनरत अन्नदाता किसानों को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने समर्थन दिया।
अजय कुमार लल्लू ने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों के आन्दोलन को अपना समर्थन देते हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सहित अन्य किसान नेताओं से मुलाकात की और उनके आन्दोलन में शामिल हुए। अजय कुमार लल्लू ने कहा, "मैं धन्यवाद देता हूँ किसान भाईयों को, तमाम किसान संगठनों को, जिनके कुशल नेतृत्व में शांतिपूर्वक आंदोलन चल रहा है।"
उन्होने कहा, "अब तक 68 दिन में 170 से अधिक किसानों ने इस आन्दोलन की सफलता के लिए शहादत दी है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरी तरह तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाये हुए है। सरकार किसानों को केवल तारीख पर तारीख देती रही है किन्तु उसकी मंशा समाधान का नहीं रहा। वह किसानों को थकाओ और भगाओ की साजिश करती रही है।
उन्होंने कहा, "यही कारण है कि 11 बार किसानों के साथ बैठक के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला। सरकार अपने चंद उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए हठधर्मिता, अड़ियल रूख और अहंकार के माध्यम से किसानों के विरूद्ध षडयंत्र के तहत वार्ता का ढोंग करती रही और अपमानित भी करती रही। जिसका पर्दाफाश हो चुका है।
अजय कुमार लल्लू ने कहा, "भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हो चुका है।" उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के शांतिमय आंदोलन और अन्नदाता के साथ मजबूती से खड़ी है।
उन्होने कहा कि किसानों के साहस, संघर्ष और सच्चाई के विरूद्ध जारी सरकारी साजिश और षडयन्त्र के खिलाफ कांग्रेस किसानों के साथ सड़क से लेकर सदन तक सहयोग और समर्थन जारी रखेगी।