नई दिल्ली। एम्स के ट्रॉमा सेन्टर में भर्ती उन्नाव सामूहिक बलात्कार कांड पीड़िता की हालत बहुत नाजुक है और उसे जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सोमवार रात युवती को लखनऊ से दिल्ली के एम्स में शिफ्ट किया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कल लखनऊ से दिल्ली लायी गयी पीड़िता को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एम्स पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया था और 14 किलोमीटर की दूरी महज 18 मिनट में तय करने में मदद की थी।
एम्स ट्रॉमा सेन्टर के प्रमुख डॉक्टर राजेश मल्होत्रा ने कहा, ‘‘वह बीमार है, जीवन रक्षक प्रणाली पर है और रक्तचाप सामान्य बनाए रखने के लिए उसे दवाओं की जरुरत पड़ रही है। मरीज की हालत नाजुक है और विभिन्न क्षेत्रों के डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है।’’ पुलिस ने बताया कि रायबरेली में पिछले सप्ताह कार और ट्रक की टक्कर में गंभीर रूप से घायल हुई पीड़िता को उच्चतम न्यायालय के आदेश पर लखनऊ से सोमवार को नयी दिल्ली लाया गया। 28 जुलाई को हुए इस हादसे में पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे जबकि उसकी दो महिला रिश्तेदारों की मौत हो गई थी।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘एम्स के डॉक्टरों की सलाह पर मरीज को ला रही एम्बुलेंस को ‘फ्री पैसेज’ मुहैया कराया गया। एम्बुलेंस टर्मिनल-1 से रात नौ बजे रवाना हुई और नौ बजकर 18 मिनट पर एम्स ट्रॉमा सेन्टर पहुंची।’’ मामले की जांच कर रही सीबीआई ने इस सिलसिले में उत्तर प्रदेश से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सहित 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वहीं दूसरी ओर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने एम्स में पीड़िता के परिजन से मुलाकात की। मालीवाल लखनऊ अस्पताल में भी पीड़िता और उसके परिजन से मिलने गयी थीं। एम्स में परिजन से मिलने के बाद मालीवाल ने कहा, ‘‘उन्नाव बलात्कार पीड़िता की मां से मिली। बच्ची की स्थिति गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि उसे न्यूमोनिया हो गया है, उसके जीवन को खतरा है। उसकी मां बहुत परेशान हैं। आयोग की टीम पिछले 24 घंटे उेस उसके परिवार के साथ है और वहीं रहेगी। हम हर संभव मदद करेंगे।’’