आगरा: स्वतंत्रता दिवस के दिन आगरा में तिरंगे और राष्ट्रगान के विरोध के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। दरअसल मदरसा ए आलिया शाही जामा मस्जिद आगरा में झंडारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस समारोह में उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी मौजूद थे। लेकिन शहर मुफ्ती बेटे व मदरसा के सह अध्यापक हम्मदुल कुद्दुस ने राष्ट्रगान का विरोध शुरू कर दिया।
शिकायत के मुताबिक कमेटी ने राष्ट्रगान पूरा कराया जिसके बाद शहर के मुफ्ती मजदुल कुद्दुस खबैब रुमी ने एक आडियो रिकॉर्ड करते हुए सभी व्हाट्सएप ग्रुपों में वायरल किया। इस ऑडियो वीडियो से शहर की अमन फिजा खराब हुई है। इस मामले में हम्मदुल कुद्दुस, और शहर के मुफ्ती मजदुल कुद्दुस खबैब रुमी को आरोपी बनाया गया है।
जामा मस्जिद में पहली बार तिरंगा फहराया गया है। इसके विरोध में शहर मुफ़्ती खुमैन अब्दुल कुसदैम रुमी ने साफ शब्दों में कहा है कि वहां जो जन गण मन हुआ है वो हराम है। अल्लाह की बेगुरमती न कीजिए। वहीं अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी का कहना है कि सरकार के आदेश के मुताबिक उन्होंने तिरंगा फहराया है।