शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश): जिले में कथित रूप से आर्थिक तंगी से परेशान एक ही परिवार के चार सदस्यों को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने मंगलवार को बताया कि थाना कोतवाली अंतर्गत कच्चा कटरा मोड़ में रहने वाले दवा व्यवसायी अखिलेश गुप्ता ने अपनी पत्नी व दो छोटे बच्चों के साथ सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अखिलेश ने मृत्यु से पूर्व एक पत्र भी छोड़ा था जिसमें अविनाश बाजपेई उर्फ विकास का जिक्र किया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी बाजपेई को गिरफ्तार कर लिया है। एस आनंद के मुताबिक, अविनाश की दोस्ती मृतक अखिलेश से थी और अखिलेश ने अपनी जमा पूंजी लगाकर मकान बना लिया था लेकिन जब व्यवसाय में पैसा नहीं रहा तो अविनाश उसे ब्याज पर रुपये दिलवाने लगा।
एसपी ने बताया कि आरोपी जो पैसा अखिलेश को दिलवाता था उसमें ब्याज पर कमीशन लेता था और जब साहूकार अपने पैसे मांगता था तो आरोपी दूसरे व्यापारी से पैसे दिलवा देता था। इसी तरह अविनाश ने अखिलेश को आधा दर्जन व्यापारियों से करीब एक करोड़ पैतीस लाख रुपये दिलवाए थे।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने दिसंबर 2019 में अखिलेश के मकान का बैनामा अपने नाम 12 लाख रुपये में करा लिया तथा एक अप्रैल 2021 को उन्हें अदालत से मकान खाली करने के लिए कानूनी नोटिस भी भिजवा दिया था। आनंद ने बताया कि इन्हीं सब कारणों के चलते अखिलेश परेशान था।
पुलिस ने मृतक के घर में मिले मोबाइल फोन आदि को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है वहीं आरोपी अविनाश बाजपेई को धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, अखिलेश गुप्ता (42), उनकी पत्नी रिशु गुप्ता (39), बेटे शिवांग (12) और बेटी हर्षिता (10) के शव सोमवार को उनके घर में लटके मिले थे।