नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एवं अमेठी की स्थानीय लोकसभा सांसद स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा है कि 2019 में लोकसभा का चुनाव न जीत पाने वाले लोग शाहीन बाग जैसे मामलों को समर्थन देकर देश तोड़ने का काम कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी का नाम लेते हुए स्मृति ने कहा, ‘‘इसके नेता मनीष सिसोदिया तथा कुछ ऐसे ही दल शाहीन बाग के धरना प्रदर्शन को समर्थन दे रहे है, जहां देश विरोधी नारे लग रहे है, संविधान की आलोचना हो रही है, महात्मा गांधी को कोसा जा रहा है, जिन्ना वाली आजादी की बात हो रही है, हमारे समाज के कुछ समुदायों की कब्र बनाने की बात हो रही है।''
उन्होंने कहा, ''मैं ऐसे राजनेताओं से पूछना चाहती हूं कि क्या उनका राजनीतिक स्तर इतना गिर गया है कि वे देश तोड़ने की बात करने वालों के साथ खडे़ हो गये हैं। ऐसे राजनैतिक दलों और नेताओं को देश की जनता देख रही है।'' गंगा यात्रा के सवाल पर स्मृति ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें गंगा यात्रा में शामिल होने का अवसर मिला। कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की गत दिनों हुई अमेठी यात्रा पर पूछे गये सवाल को स्मृति टाल गयीं।
केंद्रीय मंत्री ने अमेठी के भेटुआ में पांच करोड 74 लाख रूपये लागत की 20 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि पहले अमेठी में नेताओं के घर सोलर लाइट लगती थी लेकिन अब जनता के घर लगेगी। स्मृति ने कहा, ‘‘117 हैंडपंप और एक हजार सोलर लाइट लगाने का कार्य आज से शुरू हो जायेगा।’’ यहीं पर स्मृति ने किसान कल्याण केंद्र का उद्घाटन भी किया।
स्मृति ईरानी 20 जनवरी को सड़क हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों से मिलने भरेथा गांव गयीं। गत 20 जनवरी को गौरीगंज-अमेठी मार्ग पर बारामासी कस्बे के पास ट्रक और जीप की टक्कर में जीप सवार सुरेंद्र कश्यप (40), श्रीचंद (38), कल्पनाथ (42),धीरज (49) और मनोज (32) की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं घायल बैजनाथ (38) की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
स्मृति ने बताया, ‘‘जिला प्रशासन की तरफ से 30-30 हजार रूपये मृतकों के परिजन को दिये गये हैं। शीघ्र ही पांच पांच लाख रूपये मुख्यमंत्री की तरफ से मिलेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इस संबंध मे उनकी बात हो गयी है। सोनिया और प्रियंका भी मृतकों के परिजनों से मिलने 23 जनवरी को अमेठी आयी थीं। सपा विधायक राकेश सिंह के नेतृत्व में पार्टी विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल 24 जनवरी मृतकों के परिजनों से मिला था तथा सरकार से 25 -25 लाख रूपये की आर्थिक मदद की मांग की थी।