लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2019 में राज्य में 9,261 गोवंशीय पशुओं की मौत हुई। इन मामलों में किसी भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि ये सभी 'स्वाभाविक' मौतें हैं। प्रदेश के पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान बसपा सदस्य सुषमा पटेल द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि वर्ष 2019 में 9,261 गोवंशीय पशुओं की मौत हुई। चूंकि ये सभी मौतें स्वाभाविक थीं, इसलिए किसी भी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सदन में सपा और विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने मंत्री के इस जवाब पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने पोस्टमार्टम कराए बिना यह कैसे तय कर लिया कि गोवंशीय पशु स्वाभाविक मौत से मरे। इसपर मंत्री ने जवाब देते हुए स्वीकार किया कि किसी भी जानवर का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया है, लेकिन अगर आशंका पैदा करनेवाला कोई मामला उनके संज्ञान में आता है तो वह उसकी जांच कराएंगे।
भाजपा सदस्य सुरेन्द्र सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि महज 'भारत माता की जय' या 'गौ माता की जय' बोलने से कुछ नहीं होगा। गौ आश्रय स्थलों में पशुओं की देखभाल के लिए लोगों को रखने का प्रबंध किया जाना चाहिए।