नोएडा: कोरोना वायरस की जांच के लिए सरकार ने कुछ प्राइवेट लैब्स को भी मान्यता दी है, लेकिन नोएडा से एक होश उड़ा देने वाली खबर सामने आई है। अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में 8 लोगों के नमूने की प्राइवेट लैब में जांच होने पर रिपोर्ट पॉजिटिव निकली थी, लेकिन जब उनकी सरकारी प्रयोगशालाओं में दोबारा जांच कराई गई तो रिपोर्ट नेगेटिव निकली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब प्रशासन की तरफ से इन सभी लैब्स को नोटिस दिया जा रहा है।
आठों लोगों को दी गई अस्पतालों से छुट्टी
नोएडा के जिला निगरानी अधिकारी सुनील दोहरे ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इन 8 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है और इन फर्जी रिपोर्ट को लेकर प्राइवेट लैब्स को नोटिस दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लैब्स के स्थानों का तुरंत पता नहीं चल सका है। एक वरिष्ठ सरकारी डॉक्टर ने कहा, ‘प्राइवेट लैब्स से प्राप्त किए जा रहे संदिग्ध रिपोर्टों को राष्ट्रीय जीव विज्ञान संस्थान (NIB) या अति विशिष्ट बाल चिकित्सा अस्पताल और स्नातकोत्तर शिक्षण संस्थान (SSPHPGTI) या सरकारी आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) में सत्यापित किया जा रहा है।’
नोएडा में अब तक पाए गए 387 मरीज
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘जांच के लिए मरीजों का चयन करते वक्त निजी चिकित्सा संस्थानों को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए निर्देशित किया गया है, जबकि जांच केवल आईसीएमआर-मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में ही की जानी है।’ बता दें कि नोएडा में शुक्रवार को 9 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं, जिससे कुल संख्या 387 तक पहुंच गई। शुक्रवार को इलाज के बाद ठीक होने पर 28 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई है। एक व्यक्ति की मौत होने के साथ ही अबतक जिले में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 6 हो गई है।