लखनऊ: कांग्रेस महासचिव एवं उत्तर प्रदेश पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को सरकार पर सच दबाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि राज्य में चुनाव ड्यूटी करनेवाले लगभग 700 शिक्षकों की मृत्यु हो चुकी है और इनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है। उन्होंने राज्य निर्वाचन आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाया। प्रियंका ने शनिवार को ट्वीट किया कि ''उप्र में चुनाव ड्यूटी करनेवाले लगभग 700 शिक्षकों की मृत्यु हो चुकी है और इनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है जिसे चुनाव ड्यूटी करने के लिए जबरन मजबूर किया गया।''
अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, ''कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बारे में एक बार भी विचार किए बिना उप्र की लगभग 60,000 ग्राम पंचायतों में इन चुनावों को कराया गया। बैठकें हुईं, चुनाव अभियान चला और अब ग्रामीण इलाकों में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है।'' उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में आरोप लगाया कि ''ग्रामीण इलाकों में लोगों की बड़ी संख्या में मृत्यु हो रही है जो कि झूठे सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा है।''
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ''पूरे उप्र के ग्रामीण इलाकों में लोगों की घरों में मृत्यु हो रही है और इनको कोविड से होने वाली मौतों के आंकड़ों में भी नहीं गिना जा रहा क्योंकि ग्रामीण इलाकों में जांच ही नहीं हो रही है।'' उन्होंने यह भी लिखा कि ''सरकार का रुख सच दबाने की तरफ है और उसका अधिकतम प्रयास जनता व लोगों की दिन-रात सेवा कर रहे मेडिकल समुदाय को भयभीत करने में रहा है।''
कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट में लिखा, ''उत्तर प्रदेश में जो घट रहा है, वह मानवता के खिलाफ अपराध से कम नहीं है और राज्य निर्वाचन आयोग इसमें भागीदार है।'' उन्होंने अपने ट्वीट के साथ उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा जारी की गई मृत शिक्षकों की सूची भी संलग्न की।