प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 16 विदेशी जमातियों सहित 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों के ऊपर टूरिस्ट वीजा के नाम पर धार्मिक उत्सव में शामिल होने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने फॉरेनर्स ऐक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए इन सभी को सोमवार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और 2 मस्जिदों के मुतवल्ली व अन्य लोगों को विदेशियों को शरण देने और साक्ष्य छिपाने का आरोपी बनाया गया है। आज पुलिस इन्हें रिमांड लेने के लिए कोर्ट में पेश करेगी।
मस्जिदों में छिपे हुए थे जमाती
दिल्ली के तबलीगी जमात में शामिल हुए थाईलैंड और इंडोनेशिया के जमाती टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। वहां पर कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद पुलिस को बिना सूचना दिए यह इधर-उधर छुप गए। इंडोनेशिया से 7 विदेशियों ने शाहगंज स्थित अब्दुल्लाह मस्जिद में शरण ली और पुलिस को इसकी जानकारी तक नहीं दी। 31 मार्च को पुलिस ने छापेमारी कर सातों विदेशियों को क्वॉरंटीन किया। इसी तरह करेली के हेरा मस्जिद में थाईलैंड के 9 जमाती मिले थे।
जमातियों की रात में हुई गिरफ्तारी
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि इंडोनेशिया का एक विदेशी कोरोना पॉजिटिव मिला था, जो अब ठीक हो चुका है। इनके खिलाफ फॉरेनर्स ऐक्ट और महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज था। सोमवार रात शाहगंज पुलिस ने इंडोनेशिया के 7 विदेशी नागरिकों समेत कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें अब्दुल्ला मस्जिद के मुतवल्ली वह अन्य लोग शामिल हैं। वहीं करेली पुलिस ने थाईलैंड के 9 विदेशी समेत 12 को गिरफ्तार किया गया।
इलाहाबद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हैं 30वें आरोपी
इन सबके अलावा 30वें आरोपी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं, जिनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने इंडोनेशिया से आए विदेशियों को शरण दिलवाई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफ़ेसर मोहम्मद शाहिद पर विदेशी जमातियों की चोरी से छिपकर रहने में मदद करने का भी आरोप है। करेली, शाहगंज और शिवकुटी इलाकें से 3 थाना क्षेत्रों से कुल 30 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।