मुजफ्फरनगर: खाने का सामान बनाने के लिए लोग कई तरह के ईंधन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है कि चप्पल, जूते और प्लास्टिक का कचरा जलाकर भी खाद्य सामग्री बनाई जा सकती है? उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिले के भोपा पुलिस थाने के तहत आने वाले भोकाहेरी गांव में गुड़ बनाने में प्लास्टिक के कचरे का इस्तेमाल करने के आरोप में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।
खोई या लकड़ी की बजाय कचरे का इस्तेमाल
भोपा पुलिस थाने के SHO संजीव कुमार ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि लक्सर रोड पर मोहम्मद सालिम के गन्ना कोल्हू में गन्ने की खोई की बजाय पॉलीथिन, प्लास्टिक, जूते-चप्पल व रबड़ जलाकर गुड़ बनाया जा रहा है। शिकायत में कहा गया था कि इससे जहरीली गैस व धुंआ वातावरण में फैलने से लोगों के जीवन को खतरा बना हुआ है। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कोल्हू पर छापा मारा और मोहम्मद इमरान, मोहम्मद अमीर तथा मोहम्मद मुनव्वर को गिरफ्तार कर लिया।
प्रदूषण विभाग ने भी कही कार्रवाई की बात
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इन 3 लोगों समेत कुल 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 2 लोग फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है। प्लास्टिक के कचरे से भरी 2 ट्रैक्टर ट्रॉलियों को भी जब्त किया गया है। वहीं, प्रदूषण विभाग की टीम ने भी इस संबंध में कार्रवाई करने की बात कही है। इलाके के लोगों का कहना है कि कई दूसरे कोल्हू भी गुड़ बनाने के लिए पॉलीथिन, प्लास्टिक, जूते चप्पल व रबर का इस्तेमाल कर रहे हैं।