लखनऊ: कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्से में फंसे राज्य के प्रवासी श्रमिकों में से 3.84 लाख कामगार बृहस्पतिवार दोपहर तक भारतीय रेल की 318 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों प्रदेश लौट चुके हैं। अपर मुख्य सचिव गृह, सूचना अवनीश अवस्थी ने बृहस्पतिवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आज दोपहर तक देश के विभिन्न राज्यों से 318 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें उत्तर प्रदेश पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों से तीन लाख 84 हजार 260 श्रमिक लौटे हैं।
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उन्होंने बताया, ‘‘सबसे ज्यादा 49 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें गोरखपुर आयी हैं जिसमें करीब 52 हजार श्रमिक लौटे हैं। 34 ट्रेनों से करीब 400 हजार प्रवासी कामगार लखनऊ आए हैं।’’ राज्य में अभी तक गुजरात से सबसे अधिक ट्रेनें 174, महाराष्ट्र से 51 और पंजाब से 59 ट्रेनें आयी हैं। अवस्थी ने बताया कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों से भी बात हो गयी है और शुक्रवार से वहां से भी विशेष ट्रेने चलेंगी, नोएडा और गाजियाबाद से भी विशेष ट्रेने चलेंगी।
अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में यदि कोई व्यक्ति बिना मास्क या चेहरा ढंके घर से बाहर निकलता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जाएगा, बल्कि उसी वक्त नकद जुर्माना वसूला जाएगा। उन्होंने बताया कि भारतीय रेल, और जिन प्रदेशों से प्रवासी कामगार लौट रहे हैं, सभी से कहा गया है कि वे उत्तर प्रदेश के निवासियों से किराया ना लें, सभी का किराया प्रदेश सरकार देगी।
अवस्थी ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोई भी प्रवासी पैदल, साइकिल या बाइक से यात्रा ना करे। ऐसे लोग जहां भी मिलें उन्हें वहीं रोककर उनका नाम पता आदि सम्पूर्ण विवरण दर्ज करते हुए मेडिकल चेकअप के बाद उनके जनपद में भेजने की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित कराया जाए कि ऐसे लोगों का पृथक-व़ास केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य हो।’’ मुख्यमंत्री ने सभी स्तरों पर प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार का निर्देश दिया है।