लखनऊ/देहरादूरन: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 11 जिलों की 67 सीटों तथा उत्तराखंड की 69 विधानभा सीटों के लिए कल मतदान होगा। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में सपा को 67 में से 34 सीटें मिली थीं जबकि दूसरे नम्बर पर रही बसपा को 18, भाजपा को 10, कांग्रेस को तीन और अन्य को दो सीटें मिली थीं। इस बार सपा कांग्रेस के साथ गठबंधन कर भाजपा एवं बसपा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी है।
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल सहारनपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर और बदायूं जिले की 67 सीटों के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा।
दूसरे चरण में कुल 720 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से सर्वाधिक 22 प्रत्याशी बिजनौर की बरहापुर और सबसे कम चार उम्मीदवार अमरोहा की धनौरा सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि इस चरण में कुल 2.28 करोड़ लोग मतदान कर सकते हैं। इनमें से 1.04 करोड महिलाएं हैं। मतदान के लिये 14 हजार 771 केन्द्र तथा 23 हजार 693 मतदान स्थल बनाये गये हैं।
चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से कराने के लिये पर्याप्त बल तैनात किया गया है। इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है उसमें सपा सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां (रामपुर) और पहली बार चुनाव लड़ रहे उनके पुत्र अब्दुला आजम (स्वार) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जफर अली नकवी के बेटे सैफ अली नकवी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद (तिलहर) और भाजपा विधान दल (शाहजहांपुर नगर) के नेता सुरेश खन्ना तथा अमरोहा से मंत्री महबूब अली शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी है और उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके सहयोगी कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए है। भाजपा उप्र में 2014 के आम चुनाव वाला प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद कर रही है जब उसने राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण राज्य में अपना दबदबा कायम किया था।
सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रचार अभियान की कमान अखिलेश एवं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संभाल रखी है। बसपा प्रमुख मायावती अल्पसंख्यक मतदाताओं से संपर्क साध रही हैं। उन्होंने कहा कि वह चुनाव विश्लेषकों को इस बार 2012 की तरह गलत साबित कर देंगी जब उन्होंने बसपा प्रमुख की हार की भविष्यवाणी की थी।
उत्तराखंड में कल 35,78,,995 महिला मतदाताओं समेत कुल 74,20,710 मतदाता 13 जिलों में फैली 70 विधानसभा सीटों में 69 पर 628 प्रत्याशियों का भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद कर देंगे। कर्णप्रयाग सीट पर 12 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप कान्वासी की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने के कारण वहां स्थगित हो गये चुनाव के कारण प्रदेश की 70 में से 69 सीटों पर ही कल मतदान हो रहा है।
कर्णप्रयाग सीट पर मतदान के लिये चुनाव आयोग ने अब नौ मार्च की नयी तारीख घोषित की है। उत्तराखंड में ज्यादातर सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है लेकिन करीब एक दर्जन सीटों पर बतौर निर्दलीय खड़े हो गये बागी अपनी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों का चुनावी गणित बिगाड़ सकते हैं।