Highlights
- यूपी TET पेपर लीक मामले के तार टीचरों से लेकर यूपी सचिवालय और बिहार से जुड़े
- उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स लगातार कर रही गिरफ्तारी
- गिरफ्तार किए गए आरोपी के पास से उत्तर प्रदेश सचिवालय का पहचान पत्र, पास और कई कागज मिले
लखनऊ: यूपी TET पेपर लीक मामले के तार टीचरों से लेकर यूपी सचिवालय और बिहार से जुड़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने अब तक इस मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों मे 5 बिहार से हैं। TET पेपर लीक मामले के तार यूपी सचिवालय से भी जुड़ रहे हैं। यूपी एसटीएफ को गिरफ्तार आरोपी के पास से उत्तर प्रदेश सचिवालय का पहचान पत्र, पास और कई कागज मिले हैं। पेपर लीक मामले में टीचर को भी गिरफ्तार किया गया है। यूपी में रविवार (28 नवंबर, 2021) को प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में टीचर भर्ती के लिए TET परीक्षा थी, जिसमें करीब 20 लाख अभ्यर्थी शामिल होने थे लेकिन पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द करना पड़ा था। शामली में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) के प्रश्नपत्र लीक मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, शामली में यूपी टीइटी (UP TET) इम्तिहान दे रहे एक अभ्यर्थी ने अपने जानने वाले एक पुलिस सिपाही को पेपर लीक होने की जानकारी दी थी, जिसके बाद यूपी एसटीएफ ने ऑपरेशन शुरू किया। शामली से तीन लोग गिरफ्तार किए गए। एसटीएफ का कहना है कि शामली से मनीष उर्फ मोनू, रवि और धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया गया, इनका अपना गैंग है।
गैंग के लोगों ने 5 लाख रुपए में पेपर खरीदा था। अभी तक की जांच में पता चला है कि इन लोगों ने करीब 50 से 60 लोगों से 50-50 हजार रुपए लेकर पर्चा आउट कराया था।सूत्रों के मुताबिक, यूपी TET का पर्चा बीते शनिवार को देर रात या रविवार सुबह आउट हो गया था। सभी डेढ़ सौ सवालों को हल करके व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा गया। यूपी एसटीएफ का कहना है कि पेपर लीक माफियाओं को कस्टडी चेन की पूरी जानकारी होती है। पेपर को प्रिंट करने वाली एजेंसी, परीक्षा कराने वाली संस्था और ट्रेजरी से परीक्षा केंद्र पहुचने की चेन में कई खामियां होती हैं, जिसका फायदा पेपर लीक करने वाले गैंग उठाते हैं।
यूपी एसटीएफ के मुताबिक, पेपर लीक कराने के कई गैंग हैं। गैंग के कुछ सदस्य पेपर लीक कराते हैं, कुछ बेचते हैं, कुछ साल्वर से पेपर सॉल्व करा देते हैं और सबका रेट अलग-अलग होता है। यूपी TET पर्चा लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने प्रयागराज से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है, इनमें 6 बिहार के हैं। एसटीएफ के मुताबिक प्रयागराज से गिरफ्तार बिहार के गया का सन्नी सिंह बिहार से साल्वर लाया था। बिहार का टिंकू कुमार शीतल कुमार, धनन्जय कुमार, कुनैन राजा खुद साल्वर हैं ये सभी बिहार के गया जिले के हैं। इसके अलवाव यूपी STF ने बिहार के औरंगाबाद के शिवदयाल को पकड़ा है, ये भी साल्वर है।
UP STF को शक है कि पेपर लीक मामले में यूपी सचिवालय के संविदाकर्मी शामिल हैं। अयोध्या से गिरफ्तार कौशलेंद्र के पास से यूपी STF को सचिवालय का पास, खाद्य और रसद विभाग का पहचान पत्र और दूसरे कागजात मिले हैं। कौशलेंद्र ने पूछताछ में बताया है कि सचिवालय में उसने फर्जी तरीके से पास और दूसरे कागज बनाए हैं। STF की पड़ताल जारी है। STF पेपर प्रिंटिंग फर्म के लोगों और ट्रेजरी से जुड़े लोगों से भी पूछताछ कर रही है। फिलहाल ये पता नहीं चल पाया है कि आखिर पर्चा लीक कैसे हुआ है?