बांदा/चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की बबेरू कोतवाली क्षेत्र के देवरथा गांव से शुक्रवार तड़के घर से लापता हुए 9वीं कक्षा के एक नाबालिग छात्र का शव चित्रकूट जिले की पुलिस ने कामदगिरि के जंगल में पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका हुआ बरामद किया है। मृत छात्र के पिता का आरोप है कि उनके बेटे का अपहरण कर उसकी हत्या की गई है। बबेरू कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (SHO) जय श्याम शुक्ला ने मंगलवार को बताया, ‘कोतवाली क्षेत्र के देवरथा गांव से नौवीं कक्षा में पढ़ने वाला रमाकांत के बेटे संदीप (13) का शव चित्रकूट जिले की पुलिस ने कर्वी कोतवाली क्षेत्र में कामदगिरि परिक्रमा से कुछ दूरी पर जंगल में लगे एक पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका हुआ सोमवार को बरामद किया।’
‘पेशाब करने निकला था, फिर वापस नहीं आया’
मृत छात्र के परिजनों के हवाले से उन्होंने बताया कि छात्र शुक्रवार तड़के करीब 4 बजे पेशाब करने के लिए घर से बाहर निकला था, तभी से लापता था। शुक्ला ने बताया, ‘परिजनों ने उसके लापता होने की मौखिक सूचना कोतवाली में दी थी। चित्रकूट जिले की पुलिस द्वारा अज्ञात शव की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने पर उसकी पहचान संदीप के रूप में हुई।’ उन्होंने यह भी बताया कि चित्रकूट पुलिस को पंचनामा लिखते समय मृतक के बाह्य अंगों में कोई चोट के निशान नहीं मिले थे, जिससे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन उसके पिता रमाकांत ने अपहरण के बाद वहां (चित्रकूट) ले जाकर हत्या कर शव फांसी के फंदे पर लटकाए जाने का आरोप लगाया है। प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
‘रुमाल के सहारे फांसी के फंदे से लटका था शव’
वहीं, कर्वी कोतवाली की पुलिस ने बताया कि कुछ श्रद्धालुओं की सूचना पर कामदगिरि परिक्रमा से लगी लक्ष्मन पहड़िया के पास जंगल में लगे एक पेड़ की डाल पर रुमाल के सहारे फांसी के फंदे से लटका हुआ छात्र का शव अज्ञात के रूप में सोमवार को बरामद किया गया था। मंगलवार को उसकी पहचान संदीप के रूप में उसके परिजनों ने की है। सीतापुर पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि ‘उसके बाहरी अंगों में चोट के कोई निशान नहीं पाए गए हैं। मौत के असली कारणों की जानकारी के लिए शव का आज पोस्टमॉर्टम कराया गया है।’
छात्र के पिता का आरोप, पुलिस ने तुरंत नहीं की कार्रवाई
मृत छात्र के पिता रमाकांत ने आरोप लगाया कि बेटे के लापता होने की सूचना तुरंत बबेरू पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी तक नहीं दर्ज किया था और कहा था कि रिश्तेदारियों में कहीं चला गया होगा, पता करो। उसने कहा कि अज्ञात लोग उसके बेटे का अपहरण कर चित्रकूट ले गए और वहां हत्या कर शव पेड़ में फांसी पर लटका दिया, ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके। फिलहाल, बबेरू और कर्वी कोतवाली की पुलिस पूरे मामले की जांच करने में जुटी है। (भाषा)